रायबरेली जिले के डलमऊ थाना क्षेत्र के उसरैना गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन वितरण में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि महिला कोटेदार प्रेमा देवी ने 147 कुंतल 50 किलो गेहूं और चावल का गबन किया था। इस पर आपूर्ति निरीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कोटेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर राशन दुकान को सस्पेंड कर दिया।
रायबरेली में खाद्यान्न घोटाला उजागर : आपूर्ति अधिकारी ने कोटेदार को सस्पेंड किया, गेहूं और चावल का किया था गबन
Dec 11, 2024 17:11
Dec 11, 2024 17:11
उच्च अधिकारियों से मिली शिकायत पर हुई कार्रवाई
यह मामला तब सामने आया जब ऊंचाहार विधायक मनोज कुमार पांडे ने जिला समीक्षा बैठक के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत चलने वाली राशन दुकानों में अनियमितताओं की शिकायत की थी। विधायक की शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अर्पित उपाध्याय ने आपूर्ति विभाग को मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे। इस पर आपूर्ति निरीक्षक अजय कुमार ने जांच शुरू की, जिसमें कई गड़बड़ियां पाई गईं।
जांच में खाद्यान्न घोटाले का खुलासा
जांच के दौरान स्टॉक रजिस्टर और वितरण रजिस्टर की प्रविष्टियों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया। इस दौरान पाया गया कि कोटेदार द्वारा 147 कुंतल 50 किलो खाद्यान्न की हेराफेरी की गई है। यह खाद्यान्न गांव के गरीब परिवारों तक नहीं पहुंचा, बल्कि कथित रूप से कोटेदार ने इसे निजी लाभ के लिए हड़प लिया था। आपूर्ति निरीक्षक ने इस मामले की तहरीर थाना ऊंचाहार में दी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की।
मामले में कार्रवाई और कोटे की दुकान सस्पेंड
आपूर्ति निरीक्षक अजय कुमार ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर राशन दुकान का निरीक्षण किया गया था, जिसमें खाद्यान्न की कमी और अनियमितताएं स्पष्ट रूप से सामने आईं। इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रेमा देवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी कोटे की दुकान को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा गया है।
विधिक कार्रवाई जारी
इस पूरे मामले पर आपूर्ति निरीक्षक ने बताया कि मामले में विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है और दोषी कोटेदार के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, खाद्यान्न घोटालों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए भविष्य में और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव में राशन वितरण की जिम्मेदारी अब धरोहर गांव में स्थित दूसरे कोटेदार को सौंप दी गई है, ताकि स्थानीय लोगों को राशन की आपूर्ति में कोई रुकावट न हो।
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