अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है। ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फसाद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता।
संभल हिंसा : सपा नेताओं को रोकने पर अखिलेश यादव भड़के, बोले- पहले लगाते प्रतिबंध तो नहीं होता दंगा-फसाद
Nov 30, 2024 10:50
Nov 30, 2024 10:50
अखिलेश यादव बोले- प्रतिबंध लगाना सरकार की नाकामी
पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है। ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फसाद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता।
संभल का पूरा प्रशासनिक मंडल बर्खास्त करने की मांग
सपा अध्यक्ष ने सोशल साइट एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा जैसे पूरी की पूरी कैबिनेट एक साथ बदल देते हैं, वैसे ही संभल में ऊपर से लेकर नीचे तक का पूरा प्रशासनिक मंडल निलंबित करके उन पर साजिशन लापरवाही का आरोप लगाते हुए, सच्ची कार्रवाई करके बर्खास्त भी करना चाहिए और किसी की जान लेने का मुकदमा भी चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा हार चुकी है।
माता प्रसाद पांडेय और लाल बिहारी यादव के आवास के बाहर पुलिस का पहरा
इस बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के घर के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा है। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के आवास के बाहर भी पुलिस तैनात है। माता प्रसाद पांडेय और लाल बिहारी यादव को पुलिस ने उन्हें संभल के जिलाधिकारी का एक पत्र दिया है। इसमें कहा गया है कि 10 दिसंबर तक जनपद में प्रवेश निषेध है।
सरकार का अपने काम पर पर्दा डालने का प्रयास
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल के घर के बाहर भी पुलिस तैनात है। माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि उन्हें कोई लिखित नोटिस नहीं दिया है। सिर्फ ऐसे ही बात की जाती है। घर के बाहर पुलिस लगा दी। नियम के मुताबिक उन्हें नोटिस देनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरे लोग जा रहे हैं। लेकिन, सपा नेताओं के जाने से अशांति पैदा हो जाएगी। वास्तव में प्रदेश सरकार अपने कार्यों पर पर्दा डालने के लिए ऐसा काम कर रही है।
30 नवंबर तक संभल जाने की इजाजत नहीं
इस बीच संभल के जिलाधिकारी के पत्र में कहा गया है कि 30 नवंबर तक बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन, या फिर जनप्रतिनिधि का जिले की सीमा में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
सपा प्रतिनिधिमंडल में इन नेताओं को जाना है संभल
उत्तर प्रदेश विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा। इसमें विधान परिषद के नेता विरोधी दल लाल बिहारी यादव, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद रुचि वीरा, सांसद इकरा हसन, सांसद जियाउर्रहमान बर्क, सांसद नीरज मौर्य, विधायक कमाल अख्तर, विधायक रविदास मेहरोत्रा, विधायक नवाब इकबाल महमूदों, विधायक पिंकी सिंह यादव जैसे पार्टी के बड़े चेहरे शामिल है। साथ ही संभल के सपा जिलाध्यक्ष अशर अली अंसारी, मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव, बरेली के जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप का नाम भी शामिल है।
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