सेक्टर-8 में अंबेडकर पार्क के पास एक व्यक्ति की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मौत ने सवाल खड़े किए थे और अभी यह मामला शांत भी नहीं...
मोहित पांडेय मौत मामला : पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे गंभीर सवाल, जिनसे सवालों मे घिर रहा प्रशासन
Oct 29, 2024 11:32
Oct 29, 2024 11:32
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे गंभीर सवाल
मोहित के परिजनों ने पुलिस पर उसे मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि मोहित एक प्रतिष्ठित व्यापारी था और किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त नहीं था। उसकी मौत के बाद व्यापारिक समुदाय में रोष फैल गया और इस घटना को लेकर प्रदर्शन भी हुआ। एक मामूली विवाद से शुरू हुए इस प्रकरण में युवक मोहित पांडेय की मृत्यु के बाद पुलिस प्रशासन पर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं। नीचें दिए गए प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत जांच की मांग की जा रही है।
इन सवालों में घिरा प्रशासन
- मात्र 600 रुपये के विवाद में दोनों पक्षों में समझौता हो जाने के बावजूद मोहित को थाने क्यों लाया गया?
- 25 अक्टूबर की रात 10 बजे थाने लाए गए मोहित की गिरफ्तारी अगले दिन दोपहर 1:05 बजे क्यों की गई?
- मृतक के परिजनों का कहना है कि एक बीजेपी विधायक ने पुलिस पर दबाव बनाया था। आखिर इस मामले में विधायक से अब तक कोई पूछताछ क्यों नहीं हुई?
- मोहित के शव पर चोट के निशान पोस्टमार्टम में मिले। पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले मेडिकल जांच क्यों नहीं कराई?
- आदेश के चाचा के कॉल पर पुलिस ने इतनी तेजी से कार्रवाई क्यों की? क्या इसी वजह से मामूली विवाद में पुलिस ने इतनी दिलचस्पी दिखाई?
- मोहित के भाई शोभाराम को पुलिस ने हिरासत में क्यों लिया? लॉकअप में उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया?
- तड़पते भाई के लिए पानी मांगने पर भी पुलिसकर्मियों ने मदद क्यों नहीं की? क्या नियमों का पालन करते समय मानवीय संवेदनाओं की अनदेखी की गई?
- घंटों बैठाए रखने और मेडिकल के नाम पर एसडीएम दफ्तर ले जाने के पीछे क्या कारण थे? क्या किसी वरिष्ठ अधिकारी की जिम्मेदारी नहीं बनती?
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