पुलिस ने बताया कि ज्ञान प्रकाश उपाध्याय मूलरूप से अयोध्या के पूराकलंदर रानी बाजार स्थित सथरी गांव का है और यहां लखनऊ में अलीगंज में किराए के मकान पर रहता है। ज्ञान प्रकाश के खिलाफ 2020 से 2023 तक लखनऊ के विभिन्न थानों में कुल 19 मुकदमे दर्ज हैं।
Shine City Fraud : करोड़ों की ठगी में शाइन सिटी कंपनी का प्रेसीडेंट गिरफ्तार, 50 हजार का है इनामी
Jul 16, 2024 01:18
Jul 16, 2024 01:18
- क्राइम ब्रांच और अलीगंज पुलिस ने किया गिरफ्तार
- लोगों को झांसे में लेने के लिए मर्सिडीज बेंज ई-क्लास गाड़ी करता था इस्तेमाल
अयोध्या का रहने वाला है गिरफ्तार अभियुक्त
डीसीपी उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि शाइन सिटी इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड ने बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया है। पुलिस से लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले में कार्रवाई में जुटा है। ये कंपनी प्लॉट, निवेश और सस्ते दाम पर नई लग्जरी कारें बेचने के नाम पर लोगों से रुपए ऐंठती थी। गिरफ्तार अभियुक्त शाइन सिटी में प्रेसिडेंट था। पुलिस इससे पहले भी अभियुक्त की गिरफ्तारी कर चुकी है। पुलिस ने बताया कि ज्ञान प्रकाश उपाध्याय मूलरूप से अयोध्या के पूराकलंदर रानी बाजार स्थित सथरी गांव का है और यहां लखनऊ में अलीगंज में किराए के मकान पर रहता है। ज्ञान प्रकाश के खिलाफ 2020 से 2023 तक लखनऊ के विभिन्न थानों में कुल 19 मुकदमे दर्ज हैं। यह अभियुक्त शाइन सिटी इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में शुरुआत में एक ब्रोकर के तौर पर काम करता था।
झांसा देकर कंपनी में लगवाता था लोगों की रकम
ज्ञान प्रकाश उपाध्याय ने धोखाधड़ी के इस खेल में कई लोगों को भी रिक्रूट किया था। अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि ये मर्सिडीज बेंज ई-क्लास गाड़ी इस्तेमाल करता था। ये अलग-अलग तरीकों से लोगों ये रुपए ऐंठने का काम करता था। किस्तों पर जमीन लेने, सस्ताी दरों पर जमीन लेने, ज्वेलरी दिलवाने आदि स्कीम के जरिए लोगों को बहला फुसला कर उनसे रुपए कंपनी में लगवाने में ज्ञान प्रकाश की अहम भूमिका रही है। पुलिस के मुताबिक ज्ञान प्रकाश को इसके बाद लगभग एक करोड़ का लाभ भी मिला है।
भगोड़े राशिद नसीम की विदेश में संपत्ति जब्त करने की तैयारी
इस बीच शाइन सिटी के फरार निदेशक राशिद नसीम के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बड़े एक्शन की तैयारी में जुट गया है। ईडी अब उसके खिलाफ भगोड़ा आर्थिक अपराधी एक्ट 2018 के तहत मामला दर्ज करने जा रही है। इसके तहत कानूनी कार्रवाई से बचने के लिये देश छोड़ने वाले आर्थिक अपराधियों पर एक्शन लिया जाता है। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में इस एक्ट के तहत पहली बार मामला दर्ज किया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय इसके जरिए राशिद नसीम की विदेशों में खरीदी गयी संपत्तियों को जब्त करने को लेकर कदम उठा सकेगी। इस एक्ट के तहत चर्चित उद्योगपति विजय माल्या और हीरा कारोबारी नीरव मोदी समेत देश के 14 भगोड़े अपराधियों के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका है। अब शाइन सिटी के निवेशकों का करीब 60 हजार करोड़ हड़पने के बाद फरार राशि नसीम पर इसके तहत कार्रवाई की जाएगी। देश से फरार होने के बाद राशिद नसीम ने दुबई में अपना ठिकाना बनाया हुआ है।
दुबई में मिली है राशि नसीम की लोकेशन
राशिद नसीम की पत्नी और भाई समेत उसकी कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी समेत करीब 50 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी हैं। राशिद नसीम के खिलाफ देश भर में पांच हजार से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। 400 से अधिक मुकदमे तो सिर्फ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में ही दर्ज हैं। इनकी जांच इओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) कर रही है। इसके अलावा राशिद के खिलाफ ईडी भी काईवाई कर रही है। राशिद नसीम प्रयागराज करेली के जीबीटी नगर का रहने वाला था। राशिद नसीम को वर्ष 2019 में नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था। बाद में नेपाल से उसे जमानत मिल गई थी। इसके बाद वह दुबई भाग गया था। अब सारा माल समेट कर वह दुबई से ठगी का नेटवर्क चला रहा है।
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