अजीत ने बताया की मेरा भाई अनुराग और उसका पूरा परिवार मुझे नकारा समझता था... सब कहते थे ये तो मास्टर है क्या कर पाएगा... बहुत दिनों से अपमानित महसूस कर...
सीतापुर सामूहिक हत्याकांड : अजीत का कबूलनामा आया सामने, बोला- सब मुझे निकम्मा समझते थे...
May 17, 2024 10:02
May 17, 2024 10:02
खाने में मिलायी थी नींद की गोली
अजीत ने शुरुआत में केवल अनुराग और उसकी पत्नी प्रियंका की हत्या करनी थी। उसने घर में बनी खिचड़ी में नींद की गोलियां मिला दी थीं ताकि बाकी लोग सो जाएं। रात 2 बजे उठकर उसने प्रियंका पर गोली चलाई और उसके चेहरे पर हथौड़े से वार किए। गोली की आवाज सुनकर जब मां सावित्री जाग गईं तो उसने उन्हें भी मार डाला। इसके बाद अजीत ने अनुराग को गोली मारी और बड़ी बेटी अर्ना को समझाने की कोशिश की कि उसके पिता ने ये सब किया है और खुदकुशी कर ली। लेकिन अर्ना नहीं मानी तो उसने उसे भी गोली मार दी और छत से नीचे फेंक दिया। इसी तरह उसने छोटे बच्चों आश्वी और आद्विक को भी छत से नीचे फेंका।
90 मिनट में दिया घटना को अंजाम
गुरुवार को आईजी रेंज तरुण गाबा ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने जिले के एसपी चक्रेश मिश्र के साथ मिलकर इस हत्याकांड के खुलासे का दावा किया। आईजी गाबा ने बताया कि आरोपी अजीत सिंह ने मात्र 90 मिनट के भीतर ही छह लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने लोगों को गुमराह करने के लिए एक कहानी गढ़ ली और उसी कहानी को सभी के सामने पेश किया। जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो पुलिस ने अजीत से सख्ती से पूछताछ शुरू की। तब जाकर अजीत ने अपना जुर्म कबूल किया और हत्या की बात स्वीकार की। इस मामले में अजीत के खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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