उत्तर प्रदेश में विधानसभा का मानसून सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक और सवाल-जवाब भी देखने को मिल रहे है। बृहस्पतिवार को चौथे दिन समाजवादी पार्टी की विधायक डॉक्टर रागिनी सोनकर (Ragini Sonkar) ने प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी की तरफ से दिए गए जवाब को लेकर असहमति जाहिर की।
UP Assembly Session 2024 : सपा विधायक रागिनी सोनकर ने कहा- यूपी छोड़कर भाग रहीं कंपनियां , नंदी बोले- देशभर से आ रहा निवेश
Aug 01, 2024 15:27
Aug 01, 2024 15:27
- सुरेश खाना ने मोबाइल कंपनी का यूपी छोड़ने के सवाल का दिया जवाब
- वित्त मंत्री ने दावा-यूपी का इंडस्ट्रियल ग्रोथ रेट 22.09
35 लाख करोड़ का एमओयू, काम तीन प्रतिशत भी नहीं
सपा विधायक रागिनी सोनकर ने कहा कि प्रदेश में 2017 से लेकर 2022 के बीच दो इन्वेस्टर्स समिट हुए। इस दौरान साढ़े 35 लाख करोड रुपए के एमओयू साइन हुए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विभाग ने प्रदेश की जनता से ढेरों वायदे किए। भारी संख्या में नौकरी देने, डेवलपमेंट, बायो मेडिकल डिवाइस तो कहीं इलेक्ट्रॉनिक पार्क बनाने का वादा किया। यहां तक कि कॉरीडोर बनाने के साथ एक्सप्रेसवे पर मंडी और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट का वायदा किया गया। इस पर औद्योगिक विकास मंत्री का जवाब आया कि साढ़े 35 लाख करोड़ रुपए के एमओयू में 1 लाख 14 हजार करोड़ का निवेश आया। सपा विधायक ने कहा कि ये पूरे एमओयू का तीन प्रतिशत नहीं है। ऐसे में तीन प्रतिशत काम भी नहीं कर पाए तो इसे सौ प्रतिशत करने में कितना समय लगेगा।
इंटस्ट्रीज को बिजली, पानी और सड़क की सुविधा नहीं
रागिनी सोनकर ने दूसरा सवाल पूछते हुए कहा कि सरकार कहीं न कहीं इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट पर मेहरबान रही। अपनी गैरउपयोगी जमीन को उपयोगी बनाने के लिए इंडस्ट्रीय विभाग को दी। उन्होंने मंत्री नंद गोपाल नंदी से पूछा कि कितनी भूमि को उपयोगी बनाया गया, जहां पर इंडस्ट्रीज लगीं। उन्होंने कहा कि इंटस्ट्रीज को भूमि तो दी गई लेकिन बिजली, पानी और सड़क की सुविधा नहीं मिली। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में मोबाइल कंपनी सैमसंग यूपी में निवेश के लिए आई थी। मौजूदा सरकार में वह यूपी को छोड़कर कर्नाटक और तमिलनाडू समेत दूसरे देशों में निवेश के लिए चली गई है। उन्होंने पूछा कि जो कंपनियां निवेश करने आ रहीं वह यूपी को क्यों छोड़कर भाग रही हैं। भाजपा सरकार में इन्वेस्टर्स समिट में ऐसी कितनी कंपनियां बंद हो गईं और कितनी कंपनियां जो यूपी में निवेश करना चाहती थीं और आज यहां से चली गईं। रागिनी सोनकर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री एक ट्रिलियन इकोनॉमी का दावा करते हैं। उन्होंने पूछा कि यूपी का इंटस्ट्रीयल ग्रोथ रेट क्या है। जिस ग्रोथ रेट से आप चले रहे हैं कितने दशकों को यूपी को वन ट्रिलियन इकोनॉमी बना पाएंगे।
4,952 परियोजनाओं का संचालन शुरू
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल नन्दी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी-4 इस साल फरवरी में आयोजित हुई।उसमें 14,701 परियोनाओं में 10 लाख 81 हजार करोड़ रूपए का निवेश धरातल पर उतारा गया। इससे 34 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। 2024 में कितने प्रोडक्शन शुरु होने के सवाल का जवाब देते हुए नंदी ने बताया कि 1 लाख 14 हजार 345 लाख करोड़ का निवेश हुआ है। मौजूदा समय में 4,952 परियोजनाओं का वाणिज्यिक (व्यावसायिक) संचालन शुरू हो गया हैं। जिसमें 1.81 लाख करोड़ का निवेश हो चुका है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश और दुनिया में नजीर के रूप में ली जा रही है। जिसके चलते देश और दुनियाभर से लोग यूपी में निवेश के लिए उत्सुक हैं और लगातार उनके निवेश के प्रस्ताव आ रहे हैं।
यूपी छोड़कर नहीं गई मोबाइल कंपनी
सपा विधायक रागिनी सोनकर के यूपी का इंडस्ट्रियल ग्रोथ रेट के सवाल का जवाब वित्त और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने दिया। उन्होंने बताया कि यूपी का इंडस्ट्रियल ग्रोथ रेट 22.09 है। मोबाइल कंपनी सैमसंग का यूपी छोड़ने का जवाब देते हुए कहा कि नोएडा में मोबाइल की डिस्प्ले बनाने की कंपनी संचालित है। बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है। कंपनी से किया गया कमिटमेंट पूरा किया गया। जीएसटी का मामला निस्तारित और कैबिनेट से पास चुका है। उनको इंसेंटिव दिया जा रहा है। मोबइन कंपनी यूपी छोड़कर नहीं गई है। रही बात दूसरी जगह निवेश करने की तो वह उसका अपना अधिकार है।
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