UGC-NET Exam : प्रदर्शनकारी छात्रों ने मांगा धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा, विपक्ष बोला-जनता सिखाएगी सबक

प्रदर्शनकारी छात्रों ने मांगा धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा, विपक्ष बोला-जनता सिखाएगी सबक
UPT | लखनऊ में प्रदर्शन करते छात्र।

Jun 20, 2024 18:22

यूपी कांग्रेस ने कहा कि निकम्मी भाजपा सरकार पेपर लीक नहीं रोक पाती है। लेकिन, अपने भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ को लेकर जब छात्र प्रदर्शन कर न्याय मांगते हैं तो उन्हें जरूर रोक देती है।

Jun 20, 2024 18:22

Short Highlights
  • सपा ने सरकार की बताई विफलता
  • ​कांग्रेस बोली- स्टूडेंट्स के साथ जानवरों जैसा व्यवहार 
Lucknow News : यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने के बाद छात्र छात्राओं में काफी आक्रोश है। राजधानी में इसके विरोध में गुरुवार को छात्रों ने लखनऊ विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार और शिक्षा मंत्रालय के विरोध में नारेबाजी की और परीक्षा रद्द होने को लेकर अपनी नाराजगी जताई। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में आई विसंगतियों पर कई छात्र संगठन काफी विरोध जता रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की भी मांग की। यूजीसी-नेट परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने किया था। परीक्षा को लेकर एनटीए सवालों के घेरे में है।

सपा बोली- पेपर लीक परीक्षा रद्द सामान्य प्रक्रिया
नीट परीक्षा में पेपर लीक और यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द करने सहित अन्य मुद्दों को लेकर लखनऊ में छात्रों ने आवाज उठाई। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और छात्रों में धक्का मुक्की भी हुई। छात्रों ने कहा कि एनटीए को बंद किया जाना चाहिए, वहीं परीक्षा की जिम्मेदारी खुद शिक्षा मंत्रालय के पास होनी चाहिए। प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया और ईको गार्डन भेजा। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना भी साधा। समाजवादी पार्टी ने कहा कि युवा भाजपा सरकार की विफलताओं के कारण सड़क पर उतरने को मजबूर हैं। लखनऊ के हजरतगंज में नीट के पेपर में हुई धांधली के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन किया। पार्टी ने कहा कि समय समय पर पेपर लीक और फिर परीक्षा रद्द, ये इस सरकार में सामान्य प्रक्रिया हो गई है। जनता आज नहीं तो कल इन्हें सबक जरूर सिखाएगी।

कांग्रेस ने बताया निकम्मी सरकार 
यूपी कांग्रेस ने कहा कि निकम्मी भाजपा सरकार पेपर लीक नहीं रोक पाती है। लेकिन, अपने भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ को लेकर जब छात्र प्रदर्शन कर न्याय मांगते हैं तो उन्हें जरूर रोक देती है। यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने उन्हें जानवरों की तरह टांग लिया। इस प्रदर्शन में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) और समाजवादी छात्र सभा ​सहित अन्य छात्र शामिल हुए। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय को पेपर कराने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश महासचिव ने कहा कि ​स्टूडेंट्स रात दिन एक करके परीक्षा की तैयारी करते हैं, इसके बाद पेपर लीक हो जाते हैं। इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इससे युवा लोग जहां बेहद हताश होते हैं, वहीं इसका दर्द उनके माता पिता से पूछिए।

सीबीआई के हवाले की गई जांच
शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द कर दी है। मंत्रालय के मुताबिक प्रथम दृष्टया उसे परीक्षा में गड़बड़ी के संकेत मिले हैं। एनटीए ने विगत 18 जून को देश भर में यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा आयोजित की थी। मंत्रालय के अनुसार, परीक्षा के अगले ही दिन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर से परीक्षा के बारे में कुछ इनपुट मिले, जिनके विश्लेषण से प्रथम दृष्टया लगता है कि इसमें गड़बड़ी हुई है। मंत्रालय ने परीक्षा रद्द करते हुए इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।

Also Read

पसमांदा मुस्लिम महाज ने मोहन भागवत का बयान दिलाया याद, कहा- न्यायिक प्रक्रिया का निष्पक्ष होना जरूरी

25 Nov 2024 07:35 PM

लखनऊ संभल हिंसा : पसमांदा मुस्लिम महाज ने मोहन भागवत का बयान दिलाया याद, कहा- न्यायिक प्रक्रिया का निष्पक्ष होना जरूरी

ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ने कहा कि धार्मिक स्थलों से जुड़े विवादों के स्थायी समाधान के लिए एक राष्ट्रीय नीति बनाई जानी चाहिए, जो न्याय और पारदर्शिता पर आधारित हो। यह नीति देश में सामाजिक और धार्मिक सौहार्द को बनाए रखने में सहायक होगी। और पढ़ें