प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना के तहत चयनित 1707 विद्यालयों में गरीब बच्चों को नि:शुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाएगी। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए लखनऊ में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया
Lucknow News : पीएमश्री स्कूल गरीब बच्चों के लिए वरदान बनेगा, लखनऊ में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
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Jun 20, 2024 12:58
Jun 20, 2024 12:58
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किया जा सके
- 1707 विद्यालयों में गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी
- नेशनल काउंसिल ऑफ एज्युकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग समेत 75 जिलों से 135 प्रतिभागियों ने भाग लिया
प्रशिक्षण का उद्देश्य और प्रक्रिया
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा, एम.के. शन्मुगा सुंदरम ने बताया कि पीएमश्री योजना के अंतर्गत बेसिक और माध्यमिक दोनों स्तरों के विद्यालयों को चयनित किया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारियों और माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित किया गया। इन प्रशिक्षकों का उद्देश्य अब जिला स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षण देना होगा, ताकि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को वितरित किया गया प्रमाण पत्र
समापन समारोह में स्टेट नोडल अधिकारी श्याम किशोर तिवारी और संजीव कुमार सिंह ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम की शुरुआत एससीईआरटी के निदेशक गणेश कुमार ने की थी, जबकि समापन अवसर पर बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल और प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा भी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव एम.के. शन्मुगा सुंदरम ने क्या कहा
प्रमुख सचिव एम.के. शन्मुगा सुंदरम ने अपने उद्बोधन में कहा कि बीईओ और प्रधानाचार्यों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों को केंद्र में रखकर अवस्थापना सुविधाओं का विकास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय और मुख्यमंत्री मॉडल विद्यालयों को भी इसी संकल्पना के आधार पर विकसित किया जाएगा। श्रावस्ती जनपद में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान विद्यालयों के सुचारु संचालन के संबंध में अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की और अंतर्विभागीय कनवर्जेन्स और सीएसआर फंड का उपयोग अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रशिक्षण में 75 जिलों से 135 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया
इस प्रशिक्षण में 75 जिलों से 135 प्रतिभागियों ने भाग लिया। नेशनल काउंसिल ऑफ एज्युकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन, लेंड अ हैन्ड, मुक्का मार, शिक्षा लोकम और खान अकादमी संस्थाओं ने प्रशिक्षण प्रदान किया। इस प्रशिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, नेतृत्व कौशल, आत्मरक्षा कौशल और शिक्षकों के व्यवहार का बच्चों के मानसिक विकास पर प्रभाव पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया। इस प्रकार, पीएमश्री योजना के तहत चयनित विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इससे न केवल गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि उनके समग्र विकास में भी मदद मिलेगी।
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