उन्नाव पुलिस की नई व्यवस्था : पुलिसकर्मी नहीं दिखा सकेंगे झूठी लोकेशन, जीपीएस से होगी निगरानी

पुलिसकर्मी नहीं दिखा सकेंगे झूठी लोकेशन, जीपीएस से होगी निगरानी
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Oct 25, 2024 15:05

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पुलिस प्रशासन ने पुलिसकर्मियों की कार्यशैली में पारदर्शिता लाने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एक नई पहल की है।

Oct 25, 2024 15:05

Unnao News : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पुलिस प्रशासन ने पुलिसकर्मियों की कार्यशैली में पारदर्शिता लाने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एक नई पहल की है। इस पहल के तहत पुलिस वाहनों में जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) स्थापित किया गया है, जिससे पुलिसकर्मियों की लोकेशन और ड्यूटी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। उन्नाव के पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर द्वारा इस कदम का उद्देश्य पुलिस विभाग की पारदर्शिता को बढ़ावा देना और जनता के विश्वास को बनाए रखना है। 

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जीपीएस से मिलेगी सही लोकेशन की जानकारी
पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि जिले के 112 मोबाइल वाहनों में जीपीएस लगवाया गया है। पहले चरण में चौपहिया वाहनों में जीपीएस लगाया गया था, और अब 112 मोबाइल बाइकों में भी यह तकनीक लगाई गई है। यह व्यवस्था पुलिसकर्मियों की लोकेशन को रियल टाइम में ट्रैक करने में सहायक होगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर वास्तविक स्थान पर हैं या नहीं। इसके अतिरिक्त, थाने की प्रमुख गाड़ी और सेकेंड मोबाइल वाहन में भी जीपीएस लगा दिया गया है, ताकि पुलिसकर्मियों की लोकेशन की सटीकता की पुष्टि की जा सके।

शिकायतों के चलते लिया गया फैसला
पिछले कुछ महीनों में कई बार ऐसी शिकायतें सामने आई थीं कि पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी की जगह को लेकर गलत जानकारी दे रहे हैं या गोलमोल जवाब दे रहे हैं। ऐसी स्थिति पुलिस कार्यप्रणाली की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर प्रश्न उठाती है। इन शिकायतों को देखते हुए एसपी ने पुलिस कर्मियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए यह निर्णय लिया। जीपीएस के माध्यम से अब पुलिस कर्मियों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी और ड्यूटी की लोकेशन में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।



जनता के विश्वास को बनाए रखने की पहल
एसपी दीपक भूकर ने कहा कि इस व्यवस्था का उद्देश्य पुलिस विभाग को अधिक उत्तरदायी बनाना है ताकि जनता का भरोसा पुलिस पर बना रहे। उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य पुलिसिंग को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाना है। जीपीएस की मदद से पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी के प्रति अधिक जिम्मेदार बनाना संभव होगा, क्योंकि उनकी हर गतिविधि रिकॉर्ड होगी।" इस पहल से पुलिस अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक सजग और उत्तरदायी बनेंगे और जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे।

पुलिसिंग में सुधार की उम्मीद
जीपीएस प्रणाली के लागू होने से पुलिसिंग में सुधार आने की उम्मीद की जा रही है। जिले के लोगों ने भी इस नई व्यवस्था का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे पुलिस की कार्यशैली में पारदर्शिता आएगी और अपराध नियंत्रण में भी यह सहायक साबित होगी। यह कदम पुलिसकर्मियों में अनुशासन और जवाबदेही को बढ़ावा देगा और उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी और तत्परता के साथ करना पड़ेगा।

अन्य जिलों में भी लागू हो सकती है व्यवस्था
उन्नाव जिले में इस नई व्यवस्था के सकारात्मक परिणाम मिलने पर इसे अन्य जिलों में भी लागू किया जा सकता है। इसके माध्यम से पुलिस प्रशासन की कार्यक्षमता और जनता के प्रति उनकी जवाबदेही में वृद्धि होगी। एसपी भूकर का यह प्रयास न केवल उन्नाव में पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार लाएगा बल्कि अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बन सकता है। 

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