अनुज पर एक लाख रुपये का इनाम था और वह इस डकैती के बाद से फरार चल रहा था। उसके एनकाउंटर के बाद, उसके पिता धर्मराज सिंह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा निशाना साधा...
अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर : आरोपी के पिता ने सपा अध्यक्ष पर साधा निशाना, बोले-अखिलेश की इच्छा पूरी हुई
Sep 23, 2024 15:05
Sep 23, 2024 15:05
- सुल्तानपुर डकैती कांड में एक और आरोपी का एनकाउंटर
- आरोपी के पुलिस ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना
- सरकार पर अपनी मर्जी के अनुसार कार्रवाई करने का लगाया आरोप
मंगेश यादव के एनकाउंटर को बताया था फर्जी
अनुज के पिता धर्मराज ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव ने मंगेश यादव के एनकाउंटर के मामले में STF पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने मंगेश के एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा था कि STF जाति के आधार पर लोगों को निशाना बनाती है। मंगेश के यादव होने के चलते उसकी हत्या की गई, जबकि ठाकुर होने के कारण डकैती के अन्य आरोपियों को कम सजा मिली।
अखिलेश यादव को तसल्ली मिली होगी- धर्मराज
दरअसल, सुबह उन्नाव के अचलगंज में अनुज का एनकाउंटर होने के बाद से एक बार फिर अखिलेश और यूपी STF की चर्चा तेज हो गई। अनुज के एनकाउंटर की खबर मिलने पर उसके पिता धर्मराज ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनके बेटे के एनकाउंटर से अखिलेश यादव को तसल्ली मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अपनी मर्जी से कार्य कर रही है।
ठाकुरों का भी हो रहा एनकाउंटर
वहीं जब धर्मराज से पूछा गया कि क्या मंगेश के एनकाउंटर को लेकर सरकार पर विपक्ष का हमला सही है, तो उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जी की इच्छा पूरी हुई, ठाकुरों का भी एनकाउंटर हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि 35-40 केस वाले बदमाशों का एनकाउंटर नहीं हो रहा, जबकि एक-दो मामलों में कार्रवाई की जा रही है।
बहन ने भी जताई थी एनकाउंटर की आशंका
अनुज प्रताप सिंह की बहन ने भी कुछ दिन पहले अपने भाई के एनकाउंटर की आशंका जताई थी। उसने बताया कि पुलिस उसके भाई के एनकाउंटर की योजना बना रही है। उसने कहा कि उसका भाई पढ़ाई कर रहा था और वह एक दोस्त के साथ सूरत गया था। डकैती के दिन उसकी भाई से बात हुई थी, लेकिन उसके बाद से कोई सूचना नहीं मिली।
ऐसे पकड़ा गया एक लाख रुपये का इनामी
एसटीएफ के मुताबिक उन्हें और उन्नाव पुलिस को सूचना मिली थी कि एक लाख का इनामी अनुज कुलुहागढ़ा क्षेत्र में छिपा हुआ है। वह अचलगंज थाना क्षेत्र के इलाके से गुजरने वाला है, जिसके बाद घेराबंदी की गई। पुलिस को देख अनुज ने भागने और फायरिंग करने की कोशिश की। जिसके बाद, पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें अनुज की मौत हो गई। जिला अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुज अमेठी के रहने वाले धर्मराज सिंह का बेटा है। पुलिस का दावा है कि अनुज के पास से हथियार और लूट का सामान भी बरामद किया गया है। उसके शव को पोस्टर्माटम के लिए भेज दिया गया है।
सुल्तापुर डकैत गैंग का प्रमुख था अनुज
गौरतलब है कि अनुज अमेठी के मोहनगंज थाने के जनापुर का निवासी था और वह सुल्तानपुर डकैती गैंग का प्रमुख सदस्य था। वह विपिन सिंह का करीबी गुर्गा माना जाता है, जो एक अन्य डकैती कांड में भी शामिल रहा है। अनुज पर एक सुल्तानपुर और एक गुजरात में मुकदमे दर्ज थे। पुलिस के अनुसार, अनुज ने 28 अगस्त को सुल्तानपुर में डकैती के दौरान सबसे पहले ज्वैलरी शोरूम में प्रवेश किया था। उसने सफेद शर्ट पहनकर दुकानदार और उनके बेटे को पिस्तौल दिखाकर धमकाया। इस डकैती में कुल 14 बदमाश शामिल थे, जिनमें से तीन अभी भी फरार हैं।
गैंग के सरगना ने किया सरेंडर
जबकि, गैंग का सरगना विपिन सिंह पहले ही रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर चुका है। विपिन ने मीडिया से बातचीत में अपने एनकाउंटर की आशंका व्यक्त की थी और उसके खिलाफ भी कई मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल, वह जेल में है और पुलिस ने डकैती से जुड़े अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी रखे हैं।
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चार फरार आरोपियों की तलाश जारी
इस वारदात में गिरफ्तार बदमाशों में विगत 3 सितंबर को त्रिभुवन, पुष्पेंद्र और सचिन, 11 सितंबर को दुर्गेश सिंह, विनय शुक्ला, विवेक सिंह और अरविंद यादव तथा 20 सितंबर को अजय यादव उर्फ डीएम शामिल है। मुख्य आरोपी विपिन सिंह कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुका है, वारदात में शामिल दो आरोपी मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर में मारे गए हैं। जिसके बाद अब चार फरार आरोपियों अरबाज, फुरकान, अंकित यादव और एक अज्ञात की तलाश में एसटीएफ लगातार छापेमारी में जुटी है। उन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है। एसटीएफ का दावा है कि जल्द सभी फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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