सरकार पर रागिनी सोनकर ने कसा तंज : 900 करोड़ का घोटाला...प्रदेश के एनकाउंटर पर विवाद...जानिए और क्या कहा

900 करोड़ का घोटाला...प्रदेश के एनकाउंटर पर विवाद...जानिए और क्या कहा
UPT | Ragini Sonkar

Oct 07, 2024 20:07

रागिनी सोनकर ने कहा कि यूपी के बिजली विभाग को सबसे भ्रष्ट विभागों में से एक माना जा रहा है। पूर्वांचल में बिजली बिल वसूली में 900 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है...

Oct 07, 2024 20:07

Short Highlights
  • सपा विधायक रागिनी सोनकर ने यूपी सरकार पर बोला हमला
  • बिजली विभाग को बताया सबसे भ्रष्ट विभाग
  • एनकाउंटर के मुद्दे पर भी उठाया सवाल
Unnao News : उत्तर प्रदेश में जौनपुर के मछलीशहर से समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने उन्नाव में योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। रागिनी सोनकर ने कहा कि यूपी के बिजली विभाग को सबसे भ्रष्ट विभागों में से एक माना जा रहा है। पूर्वांचल में बिजली बिल वसूली में 900 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उनका मानना है कि समय के साथ और भी घोटाले सामने आएंगे। रागिनी ने प्रदेश में हो रहे एनकाउंटर के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकांश पीड़ित अल्पसंख्यक, दलित और पिछड़े वर्ग के लोग होते हैं।

एके शर्मा की टीम और सपा मीडिया सेल का विवाद
दरअसल, डॉ. रागिनी सोनकर ने सोशल मीडिया पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की टीम और सपा के मीडिया सेल के बीच हुए विवाद पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बातचीत में मर्यादा का पालन होना चाहिए, क्योंकि इसका सम्मान पर सीधा असर होता है। उन्होंने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह विभाग उत्तर प्रदेश के अन्य विभागों की तुलना में सबसे अधिक भ्रष्ट है। उनके अनुसार, हाल ही में उनके जिले में एक दिन में 600 ट्रांसफार्मर खराब हुए, जो कि उत्पाद की गुणवत्ता में कमी को दर्शाता है।



बिजली बिल वसूली में 900 करोड़ का घोटाला
रागिनी सोनकर ने आगे कहा कि पूर्वांचल में केवल बिजली बिल वसूली में ही 900 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उत्तर प्रदेश में हुए घोटालों का पूरा सच धीरे-धीरे सामने आएगा। उन्होंने मंत्री से अपील की कि वह अपने कार्यकाल के अंत में कुछ सकारात्मक कार्य करें। रागिनी ने यह भी कहा कि जनता से टैक्स के माध्यम से वसूले गए धन का उचित उपयोग होना चाहिए, ताकि लोगों को आवश्यक सुविधाएं जैसे पोल, तार और अच्छे ट्रांसफार्मर मिल सकें।

जानें पूरा मामला
दरअसल, 30 सितंबर को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वाराणसी में एक कूड़े के ढेर की तस्वीर साझा की, जिसमें कुछ गायें कचरा खा रही थीं। उन्होंने लिखा कि यह देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र का हाल है, क्या यह 'स्वच्छ भारत' का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पोस्ट के अगले दिन तक ये जगह साफ हो जाएगी।  अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार काम नहीं करती और जनता अब विपक्ष के पास अपनी समस्याएं लेकर आ रही है।

योगी के मंत्री ने दी प्रतिक्रिया
इस पोस्ट पर योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मक्खी की तरह हैं, जो गंदगी देखकर उस पर चिपक जाते हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि कूड़ा उठाने में कुछ घंटों की तकनीकी देरी हुई थी, लेकिन कुछ ही घंटों में इसे साफ कर दिया गया। एके शर्मा ने अखिलेश यादव की पोस्ट को भ्रामक बताते हुए कहा कि अगल वह अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में सफाई को लेकर इतनी चिंता दिखाते, तो प्रधानमंत्री को काशी की गलियों में झाड़ू लेकर नहीं उतरना पड़ता।

सपा मीडिया सेल और एके शर्मा की टीम के बीच बहस
जिसके बाद, सपा मीडिया सेल और एके शर्मा की टीम के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक गर्म बहस भी हुई। 4 अक्टूबर को सपा की मीडिया सेल ने कानपुर की चंद्रयान-3 सड़क की बदहाल स्थिति का एक समाचार पत्र की कटिंग शेयर की। उन्होंने कैप्शन में लिखा कि कौन सी भ्रष्ट शराब का नशा करके सो रहा मंत्री। जिसपर मंत्री कार्यालय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर सड़क पर जलभराव है, तो उसके पीछे टोटी चोरों का हाथ हो सकता है, जो इस संदर्भ में अखिलेश यादव की ओर इशारा कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस मामले की जांच करेंगे। सपा मीडिया सेल ने फिर से जवाब देते हुए कहा कि मंत्रीजी, डुबकी के लिए कीचड़ काफी होता है। वहीं, सोमवार को सपा विधायक रागिनी सोनकर ने सोशल मीडिया पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की टीम और सपा के मीडिया सेल के बीच हुए विवाद पर प्रतिक्रिया दी।

कौन हैं रागिनी सोनकर?
डॉ. रागिनी सोनकर मछलीशहर से समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में, सपा ने पूर्व विधायक जगदीश सोनकर का टिकट काटकर रागिनी को उम्मीदवार बनाया। उन्होंने पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए चुनावी मैदान में जीत दर्ज की। रागिनी की शिक्षा दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) और कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज से हुई है। वह एमबीबीएस और एमडी डिग्री धारी हैं। राजनीति में आने से पहले, उन्होंने दिल्ली एम्स के नेत्र विभाग में सेवा दी और बाद में इस्तीफा देकर चुनाव में उतरने का निर्णय लिया।

कैलाश सोनकर की बेटी हैं रागिनी
रागिनी सोनकर के पिता कैलाश सोनकर, राजनीतिक पृष्ठभूमि के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं। रागिनी का परिवार चिकित्सा क्षेत्र में भी सक्रिय है, क्योंकि उनके पति डॉ. संदीप एक स्किन स्पेशलिस्ट हैं। रागिनी सोनकर की राजनीतिक यात्रा उनके चिकित्सा पेशे के अनुभव से भी प्रभावित हुई है और उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में स्वास्थ्य और विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है।

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