यूपी विधानसभा उपचुनाव : सीएम योगी ने सियासी माहौल और इन मुद्दों पर की चर्चा, प्रभारी मंत्रियों को सीट जिताने की जिम्मेदारी

सीएम योगी ने सियासी माहौल और इन मुद्दों पर की चर्चा, प्रभारी मंत्रियों को सीट जिताने की जिम्मेदारी
UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ का सरकारी आवास

Oct 19, 2024 12:33

सीएम आवास पर सुबह 11 बजे शुरू हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर सीट पर सिलसिलेवार तरीके से फीडबैक लिया। इस दौरान उपचुनाव वाले जिलों के प्रभारी मंत्री बैठक में मौजूद रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट से अवगत कराया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हर सीट को लेकर सीएम योगी के साथ चर्चा की।

Oct 19, 2024 12:33

Lucknow News : यूपी में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के बाद सियासी गति​विधियां और तेज हो गई हैं। सत्तारूढ़ दल और विपक्ष हर सीट पर गहन मंथन करने में जुटा है। अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं को पहले ही जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। वही फीडबैक के आधार पर रणनीति में बदलाव और सुधार की कवायद जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उपचुनाव के मद्देनजर पांच कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर पार्टी नेताओं के साथ अहम बैठक की।

इन नेताओं के साथ हुई उपचुनाव के माहौल पर चर्चा 
सीएम आवास पर सुबह 11 बजे शुरू हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर सीट पर सिलसिलेवार तरीके से फीडबैक लिया। इस दौरान उपचुनाव वाले जिलों के प्रभारी मंत्री बैठक में मौजूद रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट से अवगत कराया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हर सीट को लेकर सीएम योगी के साथ चर्चा की। बैठक में कपिल देव अग्रवाल, दयाशंकर मिश्र दयालु, राकेश सचान समेत कई मंत्री भी मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक सीएम योगी ने पार्टी संगठन के साथ विपक्ष की रणनीति और उसके उम्मीदवारों पर भी चर्चा की।



सीएम योगी आदित्यनाथ 'फ्रंट फुट' पर रहकर कर रहे काम
उपचुनाव को लेकर सीएम योगी पहले से ही फ्रंट फुट पर हैं। लोकसभा चुनाव के बाद ये उपचुनाव भाजपा के साथ उनकी प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ माहौल होने के बावजूद जिस तरह से संगठन की मजबूती और बूथ लेवल पर काम करके भगवा दल ने जीत की हैट्रिक लगाई है, उससे यूपी के कार्यकर्ता भी उत्साहित हैं। उनकी कोशिश है ​कि लोकसभा चुनाव के खराब प्रदर्शन को उपचुनाव में सभी सीटों पर जीत के जरिए सुधारा जा सके। इससे विपक्ष के तेवर भी ढीले होंगे और सरकार व संगठन के पक्ष में जनता के बीच अच्छा संदेश जाएगा।   

केंद्रीय नेतृत्व से अब प्रत्याशियों के नाम पर लगेगी मुहर
बताया जा रहा है कि बैठक में केंद्रीय नेतृत्व से प्रत्याशियों के हरी झंडी मिलने को लेकर भी चर्चा की गई। प्रदेश नेतृत्व ने जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों का ध्यान रखते हुए प्रत्याशियों के नाम का पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा है। अब जल्द ही वहां से हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि निर्वाचन आयोग ने जहां उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया है, वहीं समाजवादी पार्टी और बसपा ने कई सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। इसलिए भगवा दल अब उम्मीदवारों को लेकर देरी नहीं करना चाहता।

प्रभारी मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभारी मंत्रियों को उनके जिले की सीट जिताने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। इसलिए ये जीत-हार मंत्रियों की प्रतिष्ठा और उनके कद पर भी असर डालेगी। कहा जा रहा है कि बैठक में उपचुनाव के दौरान प्रमुखता से उठाए जाने वाले मुद्दों पर भी चर्चा की गई।

विपक्ष के दांव को लेकर इस बार भगवा दल चौकन्ना
दरअसल लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने भाजपा के पुन: सत्ता में आने पर संविधान में बदलाव को लेकर काफी प्रचार किया था। इसका खामियाजा भगवा दल को उठाना पड़ा था। इसलिए अब पार्टी नहीं चाहती कि उपचुनाव में ​विपक्ष का कोई भी दांव सफल हो सके। इसलिए वह हर मुद्दे और विपक्ष के आरोपों की काट करने को अभी से रणनीति को धार देने में जुट गई है।

इन सीटों पर होना है उपचुनाव 
प्रदेश की नौ विधानसभा सीट सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया गया है। इनमें फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीटें शामिल हैं। मिल्कीपुर का उपचुनाव तकनीकी कारणों से फिलहाल टल गया है। इस सीट पर 2022 के चुनाव का मुकदमा लंबित होने के कारण निर्वाचन आयोग बाद में फैसला करेगा। हालांकि, हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले भाजपा के पूर्व विधायक गोरखनाथ इसे वापस लेने की अर्जी डाल चुके हैं। वहीं सपा की ओर से भाजपा का विरोध भी किया गया है। इसे लेकर दोनों दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। 

निषाद पार्टी की बैठक, आगे की रणनीति पर चर्चा 
इस बीच एनडीए के सहयोगी दल निषाद पार्टी ने अपने सभी विधायकों की बैठक आज शाम सात बजे बुलाई है। बैठक में पार्टी अध्यक्ष डॉ संजय निषाद उपचुनाव को लेकर चर्चा करेंगे। पार्टी अंबेडकर नगर की कटहरी सीट पर अपना प्रत्याशी उतराना चाहती है। इसके लिए वह पहले से ही कोशिशों में जुटी है। हालांकि अभी तक एनडीए की बैठक नहीं होने के कारण स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। ये भी चर्चा है कि भाजपा सीट देने की इच्छुक नहीं है। संजय निषाद इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से भी मुलाकात कर चुके हैं। अब आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

नामांकन प्रक्रिया शुरू, भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों का इंतजार
उपचुनाव को लेकर शनिवार को नामांकन का दूसरा दिन है। पहले दिन शुक्रवार को एक भी नामांकन नहीं दाखिल किया गया। भाजपा की ओर से एक भी प्रत्याशी का चयन नहीं होने के कारण जहां नामांकन नहीं हो सका है। वहीं कांग्रेस की भी यही स्थिति है। दूसरी ओर सपा और बसपा के उम्मीदवारों ने भी नामांकन नहीं किया है। उपचुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने की अंतिम तारीख 25 अक्टूबर है। 28 अक्टूबर को पर्चों की जांच और 30 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। उपचुनाव को लेकर 13 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना के बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे। 
 

Also Read

स्वास्थ्य और सुरक्षा का दिया संदेश

19 Oct 2024 05:36 PM

लखनऊ एड्स जागरूकता को ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों सहित छात्र-छात्राओं की रेड रन मैराथन : स्वास्थ्य और सुरक्षा का दिया संदेश

इस दौड़ का आयोजन युवाओं को एचआईवी-एड्स संक्रमण से बचाव और जागरूकता का संदेश देने के लिए किया गया था। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। और पढ़ें