उपचुनाव के बीच यूपी विधानसभा में 186 पदों पर भर्ती के मामले में आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी ने घोटाले के सभी पहलुओं की सीबीआई जांच करवाई दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
यूपी विधानसभा भर्ती घोटाला : आप नेता ने कहा- चयनित संस्था छोटे से कार्यालय में कर रही थी काम, सीबीआई जांच की मांग
Nov 15, 2024 18:42
Nov 15, 2024 18:42
घोटाले में सत्ताधारी नेताओं की संलिप्तता
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने कहा कि यूपी विधानसभा और विधान परिषद में 186 पदों के लिए हुई परीक्षा के परिणामों में बड़ी संख्या में पद अधिकारी और नेताओं के रिश्तेदारों को मिले हैं। उन्होंने कहा कि इस भर्ती के दौरान 38 पदों पर वीवीआईपी के रिश्तेदारों को नियुक्त किया गया, जोकि साफ तौर पर भ्रष्टाचार और नौकरी के बाजार में सत्ताधारी नेताओं की संलिप्तता को दर्शाता है।
भर्ती में पारदर्शिता की अनदेखी
वंशराज दुबे ने यह भी आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया में जिस फर्म को हायर किया गया, वह एक छोटे से कार्यालय में काम कर रही थी, जो किसी गंभीर परीक्षा या चयन प्रक्रिया को संचालित करने के लिए पर्याप्त नहीं था। इस मामले में कुल 2.5 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन भर्ती में पारदर्शिता की पूरी तरह से अनदेखी की गई और रिश्तेदारी के आधार पर नियुक्तियां की गईं।
सीबीआई जांच की मांग
उन्होंने कहा कि यह नियुक्तियां पारदर्शिता और ईमानदारी से नहीं, बल्कि सत्ताधारी नेताओं और अधिकारियों के परिवारवालों के बीच बांटी गईं। उनके अनुसार, हर पांच में से एक नौकरी किसी न किसी नेता या अधिकारी के रिश्तेदार को मिली, जोकि भ्रष्टाचार और अवसरवादिता को उजागर करता है। आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि इस भर्ती घोटाले के सभी पहलुओं की सीबीआई से निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
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