विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह बात करने का तरीका नहीं है। विधानसभा अच्छी तरह से चलेगी, गलत तरीके से नहीं। हर व्यक्ति के लिए सही आचरण जरूरी है। यह कोई खेल का मैदान नहीं है और जिस तरह से उन्होंने बात की वह सही नहीं है।
UP Assembly Session 2024 : सपा विधायक अनिल प्रधान के अभद्र व्यवहार पर विधानसभा अध्यक्ष नाराज, सदन से बाहर निकाला
Aug 01, 2024 16:00
Aug 01, 2024 16:00
- कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से भिड़े सपा विधायक अनिल प्रधान
- सदस्यों के आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में बुलाया, दी चेतावनी
अनिल प्रधान ने कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से एमएसपी पर किया सवाल
चित्रकूट से समाजवादी पार्टी के विधायक अनिल प्रधान ने कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से सवाल किया कि क्या सरकार किसानों के लिए फसलों पर एमएसपी लागू करेगी। इस सवाल से पहले अनिल प्रधान ने जय जवान, जय किसान, जय संविधान का नारा लगाया। इसके बाद कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही जब जवाब देने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने वर्ष 1975 में इमरजेंसी लगाए जाने को लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष के इंडिया गठबंधन की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जय संविधान का नारा लगाने वालों ने ही इमरजेंसी में संविधान की धज्जियां उड़ाकर रख दी थीं। इस पर कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा और सपा सदस्यों ने कड़ा विरोध शुरू कर दिया। इसी बीच कृषि मंत्री के जवाब से अनिल प्रधान संतुष्ट नहीं हुए।
सूर्य प्रताप शाही ने दिया जवाब
सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट से मूल प्रश्न संबंधित तो नहीं है। लेकिन, यह बताना चाहता हूं कि स्वामीनाथन कमेटी गठित करने का काम अटल बिहारी वाजपेई सरकार ने किया था। वर्ष 2006 में यूपीए सरकार आ गई और उसमें डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। वर्ष 2006 से 2014 तक स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को कूड़े के ढेर में डालकर रखा गया। स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को 90 प्रतिशत तक किसी ने पूरा किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार में 2013-14 में धान की एमएसपी 1310 रुपए थीऔर गेहूं के 1400 रुपए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमएसपसी तय की। इसी बीच अनिल प्रधान अपनी सीट से उठे और कृषि मंत्री की ओर दोनों हाथों से इशारा कर चिल्लाने लगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने अनिल प्रधान को सदन से बाहर जाने को कहा
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्य के बात करने के लहजे पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह तरीका ठीक नहीं है। वहीं सपा विधायक भी अनिल प्रधान को समझाते नजर आए। विधानसभा अध्यक्ष ने कड़े लहजे में कहा कि अनिल कुमार आपके व्यवहार के लिए मैं आपको सदन से बाहर निकाल दूंगा। उन्होंने सदस्य को बाहर निकालने के लिए इंगित किया। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना भी अपनी कुर्सी पर खड़े हो गए। वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने अनिल प्रधान को सदन की कार्यवाही से बाहर जाने को कहा।
खराब आचरण पर उठाए सवाल
उन्होंने समाजवादी सदस्यों की ओर देखते हुए कहा यह कोई तरीका है? इसको कौन जस्टिफाई करेगा। इस पर सपा के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि अनिल प्रधान ने ऐसी कौन सी बात कह दी, जो असंवैधानिक है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अनिल प्रधान के पीछे जितने भी लोग हैं, उनमें से अगर कोई भी सदस्य का दे कि उनका बात करने का तरीका ठीक था, तो मैं मान लूंगा।
सपा के सदन की कार्यवाही से हिस्सा हटाने पर अध्यक्ष ने कही ये बात
इस पर सपा की ओर से इसे सदन की कार्यवाही से निकालने को कहा गया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह बात करने का तरीका नहीं है। विधानसभा अच्छी तरह से चलेगी, गलत तरीके से नहीं। हर व्यक्ति के लिए सही आचरण जरूरी है। यह कोई खेल का मैदान नहीं है और जिस तरह से उन्होंने बात की वह सही नहीं है। सपा के सदस्यों की ओर से विधानसभा अध्यक्ष से अनिल प्रधान को सदन की कार्यवाही में दोबारा शामिल करने की अनुमति देने की अपील की गई। उन्होंने कहा कि सदस्य को बुला लिया जाए, आपका दिल बहुत बड़ा है।
यूपी विधानसभा का परसेप्शन बदलने के लिए बड़ी मेहनत
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा का परसेप्शन बदलने के लिए बड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसमें उनका कोई निजी हित नहीं है। सपा के सदस्यों के बार-बार अनिल कुमार को बुलाने की अपील करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति दे दी। हालांकि उन्होंने कहा कि आगे से अगर कोई ऐसी सिफारिश करेगा तो मैं उसको भी सदन छोड़ने को कह दूंगा।
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