जब काफी समय बीतने के बाद भी ठेका नहीं मिला, तो पीड़ित ने सवाल उठाए। आरोपी ने पहले टालमटोल किया और बाद में धमकी देना शुरू कर दिया। वीरू ने टेंडर की सत्यता जांचने के लिए विधानसभा में जानकारी मांगी, जहां पता चला कि ऐसा कोई टेंडर निकला ही नहीं था।
यूपी विधानसभा में वुडन वर्क टेंडर के नाम पर ठगी : माता प्रसाद पांडेय का रिश्तेदार बताकर लाखों की लगाई चपत, एफआईआर
Dec 04, 2024 14:35
Dec 04, 2024 14:35
कैसे रची गई ठगी की साजिश?
पीड़ित राजू गुप्ता और उनके साले वीरू लकड़ी के काम की ठेकेदारी करते हैं। आरोपी समीक्षा अधिकारी प्रवेश कुमार मिश्रा ने विधानसभा पुस्तकालय के लिए 5 करोड़ रुपये का लकड़ी का काम दिलाने की बात कही। उसने दावा किया कि उसका प्रभाव विधान सभा तक है और वह नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय का रिश्तेदार और बेहद करीबी है। मिश्रा ने काम के लिए 50 लाख रुपये कमीशन की मांग की, जिसमें से 40 लाख रुपये अग्रिम तौर पर दे दिए गए।
फर्जी कागजात और चेक के जरिए भरोसा जीता
प्रवेश मिश्रा ने टेंडर से जुड़े फर्जी दस्तावेज दिखाए और भारतीय स्टेट बैंक की यूपी सचिवालय शाखा के 5 पोस्ट-डेटेड चेक दिए। इन चेकों में कुल राशि 32.2 लाख रुपये थी, जो ठेके की प्रक्रिया के पूरे होने के बाद भुगतान के लिए दिए गए थे। इनमें 7 लाख, 5 लाख, 6 लाख, 4.2 लाख और 10 लाख रुपये के चेक शामिल थे।
ठेका न मिलने पर हुआ खुलासा
जब काफी समय बीतने के बाद भी ठेका नहीं मिला, तो पीड़ित ने सवाल उठाए। आरोपी ने पहले टालमटोल किया और बाद में धमकी देना शुरू कर दिया। वीरू ने टेंडर की सत्यता जांचने के लिए विधानसभा में जानकारी मांगी, जहां पता चला कि ऐसा कोई टेंडर निकला ही नहीं था। जब पीड़ित ने पैसे लौटाने की मांग की, तो आरोपी प्रवेश मिश्रा ने पहले वादा किया लेकिन बाद में जान से मारने की धमकी देने लगा। इससे मामला और गंभीर हो गया।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
महानगर इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्र ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर प्रवेश मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब आरोपों से जुड़े साक्ष्य जुटा रही है। मामले की जांच में ठगी की पूरी साजिश का साक्ष्यकों के आधार पर खुलासा करते हुए कार्रवाई की जाएगी।
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