नए साल में मिलेगा यूपी भाजपा को नया अध्यक्ष : जिलाध्यक्षों की भी होगी नियुक्ति, दिल्ली में हुआ निर्णय

जिलाध्यक्षों की भी होगी नियुक्ति, दिल्ली में हुआ निर्णय
UPT | भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और सीएम योगी आदित्यनाथ

Dec 30, 2024 01:39

बैठक शुरू होने से पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने बैठक में मौजूद लोगों को संबोधित किया। सूत्रों के मुताबिक, 20 दिसंबर तक मंडल अध्यक्ष चुनाव पूरा होना था।

Dec 30, 2024 01:39

Short Highlights
  • नया राष्ट्रीय अध्यक्ष फरवरी तक, 15 जनवरी तक 50% राज्यों में संगठन चुनाव
  • भाजपा संगठन की रविवार को दिल्ली में हुई बड़ी बैठक
Lucknow News : जनवरी के तीसरे सप्ताह में यूपी भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा। इसके साथ ही पार्टी 98 संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति भी 15 जनवरी तक कर देगी। लगातार दो बार जिलाध्यक्ष रह चुके को तीसरी बार जिलाध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। यह फैसला भाजपा संगठन की रविवार को हुई बड़ी बैठक में लिया गया। बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के साथ ही सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे। यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री धर्मपाल सिंह बैठक में पहुंचे। इनके अलावा संगठन महासचिव बीएल संतोष, राष्ट्रीय महासचिव, सभी प्रदेश अध्यक्ष, राज्य संगठन महासचिव और संगठन चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी मौजूद रहे।

पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
बैठक शुरू होने से पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने बैठक में मौजूद लोगों को संबोधित किया। सूत्रों के मुताबिक, 20 दिसंबर तक मंडल अध्यक्ष चुनाव पूरा होना था। लेकिन एक-एक मंडल पर मंथन में ज्यादा समय लगने से अभी तक सभी 1819 मंडलों में निर्णय नहीं हुआ है। इसलिए इसमें देरी हो गई। 

लोकसभा-विधानसभा चुनाव के चलते जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ा 
जेपी नड्डा को जून 2019 में पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष और जनवरी 2020 में पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया गया था। पार्टी अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है। इस लिहाज से नड्डा का कार्यकाल 2023 में खत्म हो चुका है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए उनका कार्यकाल बढ़ाया गया था। भाजपा के संविधान के मुताबिक कोई व्यक्ति अधिकतम दो कार्यकाल तक लगातार अध्यक्ष रह सकता है। नड्डा के केंद्रीय मंत्रिमंडल में जाने के बाद उनके दोबारा अध्यक्ष बनने की संभावना खत्म हो चुकी है। इसकी वजह भाजपा का एक व्यक्ति-एक पद नियम है। पद के लिए आयु सीमा तय, युवाओं को अहमियत भाजपा अपने संगठन में युवाओं को महत्व देने के लिए पहले ही आयु सीमा तय कर चुकी है। इसके लिए जिलों के भीतर बनाए जाने वाले मंडल अध्यक्ष की उम्र 35 से 45 साल के बीच निर्धारित की गई है।

मुख्यमंत्री योगी ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को महाकुंभ में आने का दिया न्योता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को महाकुंभ में आने का न्योता दिया। इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भी महाकुंभ में आने का न्योता दिया। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को 2 दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली गए थे। शनिवार शाम को उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मिजोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा से मुलाकात की थी। योगी ने सभी को 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ में आने का न्योता दिया था। योगी ने निमंत्रण पत्र के साथ महाकुंभ- 2025 के लोगो वाला प्रतीक चिह्न, कलश, महाकुंभ से जुड़ा साहित्य, नए साल का टेबल कैलंडर और डायरी भी भेंट की थी।

शनिवार को दिल्ली पहुंचे सीएम योगी
शनिवार को योगी ने सबसे पहले मिजोरम के राज्यपाल जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह से यूपी सदन में शिष्टाचार भेंट कर उन्हें आमंत्रित किया। इसके बाद पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी उनके सरकारी आवास पर भेंट की। इसके बाद योगी गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और फिर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचे थे। रामनाथ कोविंद ने योगी से मुलाकात की तस्वीर को शेयर करते हुए एक्स पर लिखा था कि आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरे आवास पर मुझसे मिलने आए। उन्होंने मुझे आगामी महाकुंभ, एक भव्य आध्यात्मिक उत्सव में आमंत्रित किया। इसके सफल आयोजन के लिए मेरी शुभकामनाएं। वहीं जनरल वीके सिंह ने एक्स पर लिखा था कि आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई। उन्होंने महाकुंभ का निमंत्रण दिया।

13 जनवरी से शुरू होगा महाकुंभ
प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ का शुभारंभ हो रहा है। यह महाशिवरात्रि तक चलेगा। इस आयोजन को शासन-प्रशासन भव्य रूप देने में जुटा है। अब तैयारियां अंतिम चरण में हैं। आयोजन को लेकर सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। इसे लेकर देशभर के लोगों को न्योता भेजा जा रहा है। अब तक योगी सरकार कई राज्यों के राज्यपाल, केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों समेत तमाम गणमान्य लोगों को न्योता दे चुकी है। इनमें छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी के साथ तमाम दिग्गजों को न्योता दिया गया है। सरकार ने कुंभ के प्रचार के लिए रोड शो भी किया। महाकुंभ के प्रचार-प्रसार पर कुल 121 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया गया था।

50 शहरों से चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
महाकुंभ के दौरान रेलवे सिक्योरिटी के लिए जो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, वो डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। इसके अलावा महाकुंभ के दौरान 8000 आरएएफ के अतिरिक्त जवान तैनात किए जाएंगे। वहीं, अलग-अलग भाषा बोलने वाले विभिन्न राज्यों से सिक्योरिटी बुलाई जाएगी। महाकुंभ के दौरान देशभर के 50 शहरों से महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज आएंगी। महाकुंभ में एक दिन में 20 लाख यात्री रेल के माध्यम से प्रयागराज पहुंचेंगे। इस दौरान भीड़ नियंत्रित करने के लिए 9 स्टेशनों का चयन किया गया है, जो सीधे-सीधे त्रिवेणी संगम से जुड़ेंगे।

हर रोज 20 लाख श्रद्धालु आएंगे 
महाकुंभ में रेलवे के लिए सबसे बड़ा चैलेंज सिक्योरिटी को मैनेज करना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशनों पर एक दिन में करीब 20 लाख की आने वाली भीड़ की सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। इसके लिए 1313 सीसीटीवी लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन के अंदर आने वाले हर व्यक्ति पर RPF के जवानों की कड़ी नजर होगी। इसके अलावा स्टेशनों के आसपास के मुख्य चौराहों पर भी सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है। यह कंट्रोल रूम सीधे डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे।

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