सरकार की पहल : मनरेगा कन्वर्जेंस से ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित किए जा रहे हाट बाजार, किसानों को होगा फायदा

मनरेगा कन्वर्जेंस से ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित किए जा रहे हाट बाजार, किसानों को होगा फायदा
UP Times | मनरेगा कन्वर्जेंस से ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित किए जा रहे हाट बाजार

Jan 09, 2024 21:03

उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश अनुसार ग्रामीण हाट बाजारों को संवारने का प्रयास किया जा रहा है। यह हाट बाजार किसानों द्वारा उपभोक्ताओं और थोक खरीदारों को सीधे बिक्री करने की सुविधा प्रदान करने में बहुत ही सहायक सिद्ध होंगे।

Jan 09, 2024 21:03

Short Highlights
  • ग्रामीण हाट बाजारों का किया जा रहा विकास
  • गरीब किसानों को मिलेगा योजना का लाभ
  • मानसून और भीषण गर्मी के दौरान भी व्यापार होगा आसान
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशन में ग्रामीण हाट बाजारों को संवारने का प्रयास किया जा रहा है। छोटे व ग्रामीण व्यापारियों, फुटकर सामग्री बेचने वालों, ढेला-खोमचा लगाने वाले लोगों और किसानों की सुविधाओं को देखते हुए मनरेगा के कन्वर्जेंस से हाट बाजारों को संवारने का कार्य किया जा रहा रहा है। उपज की बिक्री हेतु उचित स्थान उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ग्रामीण हाट बाजारों को विकसित किया जा रहा है।

हाट बाजार योजना के पीछे ये है सरकार का उद्देश्य
गांवों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और अन्य सरकारी योजनाओं का उपयोग करके बुनियादी ढांचे को मजबूत कर गांवों में हाट बाजार विकसित किए जा रहे हैं। यह हाट बाजार किसानों द्वारा उपभोक्ताओं और थोक खरीदारों को सीधे बिक्री करने की सुविधा प्रदान करने में बहुत ही सहायक सिद्ध होंगे। आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार सड़कों के किनारे लगती हैं, जहां कतिपय स्थानों पर विक्रेताओं व खरीदारों के लिए शेड और रास्ते जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं होने पर परेशानी होती है और मानसून और भीषण गर्मी के दौरान व्यापार करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

Also Read

बोलीं- बसपा को गंभीर हालात का मिल सकता है लाभ

19 Sep 2024 01:23 PM

लखनऊ मायावती ने उपचुनाव से पहले किए संगठन में फेरबदल : बोलीं- बसपा को गंभीर हालात का मिल सकता है लाभ

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि खासकर बेरोजगारी की घातक समस्या को दूर करने के लिए रोटी-रोजी आदि के मामले में सरकार के दावों को अगर थोड़ी देर के लिए मान भी लिया जाए तो यह यूपी की विशाल आबादी के हिसाब से ऊंट के मुंह में जीरा की मिसाल से ज्यादा कुछ भी नहीं है। और पढ़ें