मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक बैठक में कहा कि बुलंदशहर का इतिहास 120 ईसा पूर्व का है और इसका पौराणिक महत्व भी है। पिछले 6-7 वर्षों में व्यावसायिक गतिविधियों, बेहतर कनेक्टिविटी और नगरीय सुविधाओं के कारण यहां लोग स्थायी निवास के लिए आ रहे हैं...
योगी सरकार की महायोजना : बुलंदशहर का औद्योगिक और आवासीय विस्तार, 554 करोड़ रुपये का नया निवेश
Aug 28, 2024 00:21
Aug 28, 2024 00:21
लखनऊ/बुलंदशहर : योगी सरकार प्रदेश के विभिन्न जिलों में व्यावसायिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, बेहतर कनेक्टिविटी और नगरीय सुविधाओं को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस दिशा में, योगी सरकार बुलंदशहर के धातु ढलाई उद्योग को महायोजना के तहत विस्तार देने की योजना बना रही है। इससे बुलंदशहर में औद्योगिक, व्यावसायिक और आवासीय गतिविधियों का सुव्यवस्थित विकास किया जाएगा।
554 करोड़ रुपये का नया निवेश
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बुलंदशहर के विस्तार का मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जिसे 2031 तक अनुमानित 4 लाख जनसंख्या के आधार पर विकसित किया जाएगा। वर्तमान में यहां की जनसंख्या 2,22,519 है। इस परियोजना के लिए योगी सरकार 800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे 554 करोड़ रुपये का नया निवेश आकर्षित होगा। अब तक बुलंदशहर को 154 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं और इस योजना से 1500 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
बुलंदशहर की ऐतिहासिक पहचान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक बैठक में कहा कि बुलंदशहर का इतिहास 120 ईसा पूर्व का है और इसका पौराणिक महत्व भी है। पिछले 6-7 वर्षों में व्यावसायिक गतिविधियों, बेहतर कनेक्टिविटी और नगरीय सुविधाओं के कारण यहां लोग स्थायी निवास के लिए आ रहे हैं। इसी कारण से बुलंदशहर के विस्तार की आवश्यकता महसूस की गई है, और महायोजना-2031 के तहत इसका विकास किया जाएगा।
परिवहन और मोबिलिटी पर ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुलंदशहर चीनी मिल, डेयरी उद्योग, धातु ढलाई, हैंडपंप और इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स के लिए जाना जाता है। इन उद्योगों के विस्तार के लिए एक औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। साथ ही, ट्रांसपोर्ट और मोबिलिटी को प्राथमिकता दी जाएगी। सीएम योगी ने लॉजिस्टिक और वेयरहाउसिंग हब के लिए स्थान चिह्नित करने के भी निर्देश दिए हैं। आमजन के लिए नई आवासीय परियोजनाओं की कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी।
अत्याधुनिक आवासीय टाउनशिप का निर्माण
महायोजना के तहत सिकंदराबाद-मेरठ रोड बाईपास के दोनों ओर 500 मीटर तक भूमि का उपयोग किया जाएगा। बुलंदशहर को आठ जोनों में विभाजित करके विकसित किया जाएगा। जोन एक में पुराने शहर का कायाकल्प किया जाएगा। काली नदी के 200 मीटर के दायरे में कोई निर्माण नहीं किया जाएगा ताकि नदी का प्राकृतिक स्वरूप बरकरार रहे। जोन 3 को सेंट्रल प्लानिंग के तहत विकसित किया जाएगा, जिसमें पब्लिक एक्टिविटी के लिए गार्डन और पार्क शामिल होंगे। जोन-4 का पुराना औद्योगिक क्षेत्र वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुसार पुनर्विकसित किया जाएगा, जबकि जोन-6, 7 और 8 में नए औद्योगिक क्षेत्रों, आवासीय योजनाओं और बाईपास के निर्माण की योजना है।
बुलंदशहर का विकास इन 6 पैरामीटर्स पर होगा आधारित
- बाहरी क्षेत्र का विकास
- मुख्य व्यावसायिक केंद्रों की स्थापना
- औद्योगिक क्षेत्रों का निर्माण
- काष्ठ उद्योग को बढ़ावा देना
- संतुलित विकास
- शहर में निवेश को बढ़ावा
व्यावसायिक और औद्योगिक पहचान
बुलंदशहर में हैंडपंप और मेटल पाइप का उत्पादन होता है, जो विभिन्न राज्यों को बेचे जाते हैं। यहाँ चीनी मिल, डेयरी उद्योग और पशु आहार उद्योग भी हैं। इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स, उच्च वोल्टेज स्विच, फ्यूज सेट, विद्युत ट्रांसफार्मर, और एयरोस्पेस उद्योग के लिए भी यह शहर जाना जाता है। यहां से पूरे देश में बिजली बोर्डों और एयरोस्पेस के लिए माल की आपूर्ति की जाती है।
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