आपको बता दें कि इसी साल जुलाई में ज़ेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेस्टिंग फ़्लाइट शुरू हो जाएंगी। अक्टूबर महीने से यात्रियों के लिए यह हवाई अड्डा खोल दिया जाएगा है...
जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर : टॉप कॉर्पोरेट कंपनियों को न्योता, ऑफिस खोलने के लिए भूखंड योजना आएगी, पढ़िए खास जानकारी
![टॉप कॉर्पोरेट कंपनियों को न्योता, ऑफिस खोलने के लिए भूखंड योजना आएगी, पढ़िए खास जानकारी](https://image.uttarpradeshtimes.com/33-93426.jpg)
May 22, 2024 19:16
May 22, 2024 19:16
योजना की विशेषताएं
इस योजना के तहत 1,000 वर्ग मीटर के 50 भूखंड आवंटित किए जाएंगे। इन भूखंडों पर कॉर्पोरेट कंपनियां अपने ऑफिस भवन बना सकेंगी। योजना की जानकारी देते हुए यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस स्कीम के लिए कंपनियों को आवेदन करना होगा। ज़ेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होने के बाद ज़मीन की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। साथ ही साथ ज़मीन की क़ीमतें भी बहुत तेज़ी से बढ़ रही हैं। इस मांग को पूरा करने के लिए यमुना प्राधिकरण ने पिछले 2 वर्षों के दौरान करीब एक दर्जन भूखंड आवंटन योजनाएं घोषित की हैं।
यह होगी आवंटन प्रक्रिया
भूखंडों का आवंटन साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा। डॉ. सिंह ने बताया कि इस स्कीम में आवंटन की दरें और पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी योजना की विवरणिका में उपलब्ध होगी। कंपनियां विवरणिका देखकर योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकेंगी।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- इस योजना का उद्देश्य जेवर एयरपोर्ट के निकट कॉर्पोरेट ऑफिसों के विकास को बढ़ावा देना है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि इससे इलाके में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी।
- हवाई अड्डे और एक्सप्रेसवे से निकटता के कारण यह इलाका कारोबारी गतिविधियों के लिए आकर्षक होगा।
- इसके लिए यहां पर्याप्त बुनियादी ढांचे की भी आवश्यकता होगी। जिस पर प्राधिकरण तेजी से काम कर रहा है।
विशेषज्ञों की राय में इस कदम से जेवर इलाके का व्यावसायिक विकास होगा और यहां रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। लेकिन प्राधिकरण को शहरी बुनियादी ढांचे पर ध्यान देकर और तेजी से काम करना होगा। आपको बता दें कि जून के महीने में यमुना अथॉरिटी ज़ेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे के पास दो आवासीय योजनाएं भी घोषित करेगी। जिनमें निम्न आय वर्ग, मध्यम वर्ग और उच्च आय वर्ग को भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। निम्न आय वर्ग वाले लोगों के लिए 30 वर्ग मीटर के भूखण्डों की योजना लॉन्च होगी। जबकि मध्यम वर्ग और अमीरों के लिए 300 वर्ग मीटर से 4000 वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले भूखंडों की योजना आएगी।
Also Read
![मेरठ एसटीएफ ने पकड़ी तीस लाख रुपए कीमत की एक ट्रक शराब, मेरठ के रास्ते बिहार जा रही थी खेप मेरठ एसटीएफ ने पकड़ी तीस लाख रुपए कीमत की एक ट्रक शराब, मेरठ के रास्ते बिहार जा रही थी खेप](https://image.uttarpradeshtimes.com/0511-42332.jpg)
5 Jul 2024 09:51 PM
हिमाचल से तस्करी कर लाई गई शराब पश्चिम यूपी, दिल्ली, एनसीआर के अलावा बिहार में सप्लाई की जानी थी। पकड़ी गई शराब की कीमत 30 लाख रुपए बताई जा रही है। और पढ़ें