यह घटना चोला रोड पर स्थित सनसाइन कोल्ड स्टोरेज के पास हुई, जहां एक 50 फीट गहरे गड्ढे में दोनों युवकों की लाश लगभग तीन घंटे तक पड़ी रही...
बोरवेल बना काल कुआं : दो युवकों की जहरीली गैस से मौत, 3 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
Sep 24, 2024 17:32
Sep 24, 2024 17:32
- बोरवेल में काम कर रहे दो युवकों की मौत
- रेस्क्यू टीम ने तीन घंटे बाद बाहर निकाला शव
- मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा
दो महीने से बंद था ट्यूबवेल
दरअसल, यह पूरा मामला सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा है, जहां एक ट्यूबवेल दो महीने से बंद था। दोनों युवक इसे चालू करने का प्रयास कर रहे थे। सुबह के समय, जैसे ही वे बोरवेल में उतरे, जहरीली गैस के प्रभाव में आकर बेहोश हो गए। उनके अंदर गिरने के बाद कुछ समय तक गड्ढे में कोई हलचल नहीं हुई।
तीन घंटे बाद बाहर निकाला गया शव
वहीं जब स्थानीय लोगों ने गड्ढे में झांककर देखा, तो दोनों युवक बेहोश पड़े मिले। जिसके बाद, तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने कड़ी मेहनत के बाद शवों को बाहर निकाला। दोनों को अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतकों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
जिलाधिकारी सीपी सिंह ने बताया कि दोनों युवकों की जान ट्यूबवेल चालू करने के दौरान गैस रिसाव के कारण गई। घटना की सूचना मिलने पर नगर पालिका और फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू चलाकर दोनों को बाहर निकाला और अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपए का मुआवजा प्रदान करेगी, जो ट्यूबवेल के मालिक से वसूला जाएगा।
परिजनों ने किया हंगामा
ट्यूबवेल के मालिक मोहम्मद अमीर उर्फ झब्बर ने बताया कि गफ्फुरगढ़ी के चंद्रपाल और पिलखनवाली गांव के महेश उनके खेत में कार्यरत थे। आज दोनों युवक ट्यूबवेल को चालू करने के लिए गड्ढे में उतरे थे, तभी यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ। हादसे की सूचना मिलने पर युवकों के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और हंगामा करने लगे। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझाकर शांत किया। पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और मामले की जांच शुरू कर दी है। डीएम ने मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
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