नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों ने बढ़े मुआवजे और अन्य मांगों को लेकर सोमवार को दिल्ली कूच का ऐलान किया। जिससे नोएडा-दिल्ली सीमा पर भीषण जाम लग गया। हजारों की संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली...
आंदोलन का असर : नोएडा-दिल्ली सीमा पर भीषण जाम, अफसरों की सद्बुद्धि के लिए हवन शुरू, जानिए किसानों की मांगें
Dec 03, 2024 12:32
Dec 03, 2024 12:32
नोएडा दलित प्रेरणा स्थल में हवन शुरू
गौतमबुद्ध नगर के किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इस समय किसान नोएडा एक्सप्रेसवे किनारे स्थित दलित प्रेरणा स्थल में बैठे हुए हैं। वहां पर मंगलवार की सुबह सरकार और अधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए हवन किया गया। इस दौरान आहुति देते हुए किसान नेताओं ने कहा, "ईश्वर सरकार को सद्बुद्धि दें।"
पुलिस बैरिकेडिंग पर भड़के किसान
दिल्ली कूच के लिए एकत्रित किसानों को पुलिस ने महामाया फ्लाईओवर पर रोकने की कोशिश की, लेकिन किसान बैरिकेडिंग गिराते हुए आगे बढ़ गए। इस दौरान पुलिस और प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ उनकी लंबी बातचीत चली। जब किसानों को दिल्ली जाने से रोका गया तो वे सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। आखिरकार प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा सात दिन के भीतर सचिव स्तर पर वार्ता के प्रस्ताव के बाद किसानों ने दिल्ली कूच स्थगित कर दिया और दलित प्रेरणा स्थल पर ही डेरा डालने का निर्णय लिया।
जाम से यात्री हुए परेशान
महामाया फ्लाईओवर पर ट्रैफिक बंद होने के कारण डीएनडी, चिल्ला बॉर्डर और कालिंदी कुंज मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर करीब चार किलोमीटर तक वाहनों का दबाव बना रहा। ट्रैफिक को शहर के अंदर मोड़ने के कारण सेक्टर-38 से न्यू अशोक नगर तक जाम लग गया। शाम 4 बजे किसानों के सड़क से हटने के बाद ही यातायात सामान्य हो सका।
5,000 पुलिसकर्मी तैनात
नोएडा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने बताया कि किसानों को रोकने के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। विभिन्न स्थानों पर चेकिंग के लिए 5,000 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ 1,000 से अधिक पीएसी जवान भी तैनात थे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए वाटर कैनन, टीजीएस दस्ते और अग्निशमन वाहन भी तैनात किए गए थे।
दिल्ली में प्रवेश पर रोक
दिल्ली पुलिस ने किसानों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। डीएनडी, कालिंदी कुंज, चिल्ला बॉर्डर और एनएच-24 पर बैरिकेडिंग कर यातायात बंद कर दिया गया था। पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अपूर्व गुप्ता ने कहा कि संसद सत्र के चलते किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली और यूपी पुलिस के बीच समन्वय स्थापित किया गया है।
किसानों की मुख्य मांगें
- मुआवजा वृद्धि : किसानों को 64.7% अधिक मुआवजा दिया जाए।
- भूमि अधिग्रहण कानून का पालन : 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सभी लाभ मिलें।
- आवासीय भूखंड : किसानों को 10% आबादी भूखंड मिले।
- रोजगार और पुनर्वास : भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास के लाभ मिलें।
- अतिक्रमण पर बुलडोजर रोक : किसानों के आवासों को बचाने के लिए बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाई जाए।
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