उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा इलाके में ड्रग्स बनाने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद अब पुलिस उनसे ड्रग्स खरीदने वाले लोगों की तलाश में जुट गई है।
ग्रेटर नोएडा क्राइम : आलीशान बंगले में चल रहा था ड्रग्स बनाने का धंधा, पुलिस ने किया भंडाफोड़
![आलीशान बंगले में चल रहा था ड्रग्स बनाने का धंधा, पुलिस ने किया भंडाफोड़](https://image.uttarpradeshtimes.com/greater-noida-drugs-racket-39527.jpg)
Feb 01, 2024 17:58
Feb 01, 2024 17:58
- ग्रेटर नोएडा में ड्रग्स बनाते 4 धराए
- आलीशान घर में चल रही थी ड्रग्स लैब
- विदेशी नागरिक हैं चारों आरोपी
जानिए क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के एस्टोनिया एस्टेट में 5400 स्कावयर फीट में फैली कोठी इन 4 विदेशी नागरिकों ने किराए पर ली थी। इसके लिए वह कोठी के मालिक को 25 हजार रुपये प्रति महीने किराया देते थे। लेकिन पड़ोसियों ने जब ध्यान देना शुरू किया तो उन्हें पता चला कि ये चारों शख्स देर रात या बहुत सुबह ही घर से निकलते थे और कभी किसी से बात तक नहीं की। ये बात पड़ोसियों को भी खटकती थी। पुलिस ने जब इस कोठी में रेड मारी, तो सारी कहानी खुलकर सामने आ गई।
ड्रग्स खरीदने वालों की भी पहचान कर रही पुलिस
पुलिस ने रेड मारकर मौके से 445 ग्राम मेथमफेटामाइन और इसे बनाने में प्रयुक्त 20 किलो उत्पाद बरामद किया है। साथ ही ड्रग्स बनाने का सामान भी पुलिस ने सीज कर दिया है। मेथमफेटामाइन भारत में बैन है। पुलिस को शक है कि ये लोग ड्रग्स बनाकर उसकी सप्लाई दिल्ली-एनसीआर में आयोजित होने वाली रेव पार्टियों में या स्टूडेंट्स को करते होंगे। आरोपियों के मोबाइल भी फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। ड्रग्स खरीदने वालों की भी पहचान की जा रही है।
जमानत पर पहले से बाहर है एक आरोपी
पुलिस की तरफ से बताया गया कि 'बंगले के अंदर फर्नीचर समेत सारा सामान बेहद सहेज करे रखा गया है। देखकर ऐसा लगता ही नहीं कि यहां ड्रग्स बनाया जाता होगा।' गिरफ्तार 4 आरोपियों में से एक को बीते साल 27 नवंबर को ड्रग्स सिंडिकेट में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसे 10 साल की सजा भी हुई थी, लेकिन फिर उसे जमानत मिल गई थी।
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