ग्रेटर नोएडा में 25 से 29 सितंबर तक आयोजित होने वाले इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण में उत्तर प्रदेश के हैंडलूम और टेक्सटाइल्स की विशेष पहचान दिखाई देगी...
इंटरनेशनल ट्रेड शो में चमकेगा यूपी का हैंडलूम और टेक्सटाइल्स : 25 से 29 सितंबर तक होगा आयोजन, 500 स्टॉल्स में होगा प्रदर्शित
Sep 07, 2024 20:46
Sep 07, 2024 20:46
- यूपी के ग्रेटर नोएडा में होगा इंटरनेशनल ट्रेड शो
- 25 से 29 सितंबर तक होगा आयोजन
- शो में यूपी के हैंडलूम और टेक्सटाइल्स की विशेष पहचान दिखाई देगी
यूपी के हथकरघे और टेक्सटाइल्स को मिलेगी पहचान
इंडिया एक्सपो मार्ट में होने वाले इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के कलाकार और शिल्पकार अपनी कारीगरी का प्रदर्शन करेंगे। इससे राज्य के हथकरघा और टेक्सटाइल्स को न केवल नई पहचान मिलेगी, बल्कि यह देश-विदेश के व्यापारियों और फैशन प्रेमियों का ध्यान भी आकर्षित करेगा। इस आयोजन के माध्यम से उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प और वस्त्र उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने का लक्ष्य है।
शिल्पियों और कारीगरों को मिलेंगे नए अवसर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रदेश के पारंपरिक कपड़ा और हथकरघा उद्योग को स्थानीय और वैश्विक बाजार में ब्रांडिंग के लिए प्रतिबद्ध है। इस इंटरनेशनल ट्रेड शो के माध्यम से राज्य के शिल्पियों और कारीगरों को नए अवसर और संभावनाओं का लाभ मिल सकेगा, जिससे उत्तर प्रदेश के वस्त्र उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जाएगा।
देश का तीसरा सबसे बड़ा टेक्सटाइल उत्पादक है यूपी
दरअसल, उत्तर प्रदेश में हैंडलूम्स और टेक्सटाइल उद्योग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और राज्य देश का तीसरा सबसे बड़ा टेक्सटाइल उत्पादक है। इस उद्योग का राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है और यह लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख टेक्सटाइल उत्पादों में बनारसी साड़ी, लखनऊ की चिकनकारी और भदोही के कालीन शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है निर्यात
जहां, बनारसी साड़ियां अपनी शानदार कारीगरी और जटिल डिजाइनों के लिए प्रसिद्ध हैं, जबकि लखनऊ की चिकनकारी एक पारंपरिक कढ़ाई कला है जो लंबे समय से लोकप्रिय है। भदोही के कालीन भी अपनी गुणवत्ता और डिज़ाइन के लिए प्रसिद्ध हैं और इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्यात किया जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार इस महत्वपूर्ण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम चला रही है, जिससे इस क्षेत्र में और अधिक विकास संभव हो सके।
कपड़ा और हथकरघा के 500 स्टॉल्स लगाए जाएंगे
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में कपड़ा और हथकरघा उद्योग के लिए 500 स्टॉल्स की व्यवस्था की गई है, जिनमें अधिकांश अब तक बुक हो चुके हैं। राज्य के एमएसएमई विभाग के अनुसार, इस ट्रेड शो में उत्तर प्रदेश की हथकरघा और कपड़ा इंडस्ट्री को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। शो में शामिल होने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों के कारीगरों और उद्यमियों को आमंत्रित किया गया है। इच्छुक लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से इस मेगा इवेंट का हिस्सा बन सकते हैं। इसके लिए उन्हें यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की वेबसाइट https://upinternationaltradeshow.com/ पर जाकर एग्जिबिटर या विजिटर के रूप में पंजीकरण कराना होगा।
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उत्पादों को प्रदर्शित करने का मिलेगा मौका
इस ट्रेड शो में भाग लेने वाले उद्यमियों और कारीगरों को न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बायर और विजिटर के आने की उम्मीद है, जिससे उनके उत्पादों को व्यापक एक्सपोजर मिलेगा। विभाग का मानना है कि इस शो से प्रदेश के वस्त्र और हथकरघा उद्योग को नई संभावनाएं और अवसर मिलेंगे।
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खादी परिधानों की भी दिखेगी झलक
गौरतलब है कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में इस बार हैंडलूम्स और टेक्सटाइल्स के साथ-साथ खादी के परिधानों की भी विशेष झलक दिखाई जाएगी। भारतीय संस्कृति को दर्शाते हुए खादी के फैशन परिधानों का एक विशेष शो भी आयोजित किया जाएगा। इस फैशन शो में उत्तर प्रदेश के अलावा देश के विभिन्न प्रमुख मॉडल भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे।
यह शो 28 सितंबर, शनिवार को हॉल नंबर दो में पूरे दिन चलेगा, जहां खादी पर आधारित पारंपरिक परिधानों की प्रदर्शनी और प्रदर्शन होंगे। इस फैशन शो में उत्तर प्रदेश के कलाकार अपनी जातीय कारीगरी जैसे चिकनकारी, जीआई (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) और अन्य हस्तशिल्प से जुड़े परिधानों का प्रदर्शन करेंगे।
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