इंदिरापुरम स्थित प्रसिद्ध पेंट ब्रांड डीलर द्वार प्रतिमाह ई-वे बिलों का राज्य कर विभाग में लेखा-जोखा दिया जाता है। विभाग द्वारा इस पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन मोड में किया गया है। जिसमें विभाग द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी प्रयोग किया जाता है।
गाजियाबाद से बड़ी खबर : AI ने यूपी में पकड़ी सबसे बड़ी जीएसटी चोरी, पेंट कारोबारी ने की थी 19.66 करोड़ रुपये की हेराफेरी
![AI ने यूपी में पकड़ी सबसे बड़ी जीएसटी चोरी, पेंट कारोबारी ने की थी 19.66 करोड़ रुपये की हेराफेरी](https://image.uttarpradeshtimes.com/add-a-heading-2024-03-01t005524475-88776.jpg)
Mar 01, 2024 01:02
Mar 01, 2024 01:02
यह है पूरा मामला
इंदिरापुरम स्थित प्रसिद्ध पेंट ब्रांड डीलर द्वार प्रतिमाह ई-वे बिलों का राज्य कर विभाग में लेखा-जोखा दिया जाता है। विभाग द्वारा इस पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन मोड में किया गया है। जिसमें विभाग द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी प्रयोग किया जाता है। गाजियाबाद में बड़ी संख्या में कारोबारी ई-वे बिलों और जीएसटी रिटर्न फाइल करते हैं। इस दौरान सभी की मैन्युअली जांच करना संभव नहीं है। इसके लिए विभाग ने तकनीक का सहारा लेते हुए अपने ऑनलाइन मोड सिस्टम में एआई सिस्टम लगाया हुआ है। कारोबारी द्वारा जीएसटी की जानकारी देने के बाद सिस्टम में लगा एआई सिस्टम अपने आप काम करना शुरू कर देता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम से पकड़ी चोरी
राज्य कर विभाग में लगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम की मदद से ई-वे बिलों की स्क्रूटनी की जाती है। इंदिरापुरम के पेंट कारोबारी द्वारा जीएसटी ई-वे बिल ऑनलाइन माध्यम से भरा गया। राज्य कर विभाग के सिस्टम में लगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने व्यापारी द्वारा जमा किए गए ई-वे बिलों और जीएसटी की स्क्रुटनी में हेराफेरी पाए जाने पर अधिकारियों को नोटिफिकेशन के माध्यम से सूचित किया। इसके बाद अधिकारियों ने इसकी मैनुअली जांच शुरू की। मैनुअल जांच में तथ्य सही पाए गए।
कारोबारी की हेराफेरी पकड़ी गई
अधिकारियों ने व्यापारी द्वारा जमा किए गए जीएसटी में पाया कि कारोबारी द्वारा एक वित्त वर्ष में की गई खरीद पर प्राप्त इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के सापेक्ष मासिक रिटर्न जीएसटीआर- 3 बी में आईजीएसटी के मद में हेराफेरी कर 19.66 करोड़ रुपये का क्लेम लिया है। राज्य कर विभाग में कॉर्पोरेट सर्कल के ज्वाइंट कमिश्नर दीपरतन सिंह के निर्देश पर कारोबारी द्वारा जमा किए गए ई-वे बिलों पर आईटीसी क्लेम लेने की जांच शुरू की गई। गड़बड़ी पाए जाने पर कारोबारी को नोटिस देकर साक्ष्य भी दिखाए गए। इसके बाद कारोबारी ने विभाग में एक करोड़ रुपये नकद और 18.66 करोड़ रुपये बैंक से विभाग में जमा कराए।
Also Read
![पीड़ित परिवारों से मिले राहुल गांधी, पार्टी प्रवक्ता डॉली शर्मा समेत दिग्गज नेता रहे साथ पीड़ित परिवारों से मिले राहुल गांधी, पार्टी प्रवक्ता डॉली शर्मा समेत दिग्गज नेता रहे साथ](https://image.uttarpradeshtimes.com/0507-62347.jpg)
5 Jul 2024 03:29 PM
शुक्रवार की सुबह सभी नेता 10 जनपथ पर एकत्रित हुए। गाजियाबाद से डॉली शर्मा अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचीं। इसके बाद सभी नेता सांसद राहुल गांधी के काफिले के साथ सड़क मार्ग... और पढ़ें