नव संरक्षित गोवंश की टैगिंग कर उसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा। अभियान पूरा होने पर ग्रामीण क्षेत्र में शत प्रतिशत गोवंश संरक्षित कराने पर संबंधित प्रमाण पत्र डीएम, सीवीओ और नगरीय क्षेत्रों के लिए एडीएम तथा ईओ के संयुक्त हस्ताक्षर से शासन को भेजना होगा।
Ghaziabad News : बेसहारा गोवंश के लिए जवाबदेह होंगे डीएम
Dec 09, 2024 23:09
Dec 09, 2024 23:09
- जिलाधिकारी को शासन को देना होगा प्रमाणपत्र
- जिले में आवारा गोवंश को पकड़ने के लिए 15 टीमें
- जिले में छुट्टा नहीं घूमे कोई गोवंश इसके लिए अभियान
बेसहारा गोवंश को पकड़ने के लिए 15 टीम गठित की गई
गाजियाबाद में बेसहारा गोवंश को पकड़ने के लिए 15 टीम गठित की गई हैं। ये टीमें गोवंश पकड़वाकर गो आश्रय स्थलों में भेजेंगी। अभियान पूरा होने पर डीएम समेत संबंधित अधिकारियों को शत प्रतिशत गोवंश संरक्षित कराने का प्रमाणपत्र शासन को देना होगा। शासन ने गाजियाबाद सहित सभी डीएम को विशेष निराश्रित गोवंश संरक्षण अभियान चलवाने के लिए आदेश दिए हैं। इसके लिए प्रत्येक न्याय पंचायत तथा नगर निकाय स्तर पर टीम गठित कर नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। जो कि चिहिंत किए गए हाट स्पाट तथा अन्य स्थानों से बेसहारा गोवंश को पकड़वाकर गो आश्रय स्थलों में संरक्षित कराएंगे। बेसहारा गोवंश को पकड़वाने में प्रधानों का सहयोग लिया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्गों, शहरी क्षेत्र, मंडी और सब्जी बाजारों आदि को बेसहारा गोवंश से मुक्त करना होगा।
नव संरक्षित गोवंश की टैगिंग कर उसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा
नव संरक्षित गोवंश की टैगिंग कर उसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा। अभियान पूरा होने पर ग्रामीण क्षेत्र में शत प्रतिशत गोवंश संरक्षित कराने पर संबंधित प्रमाण पत्र डीएम, सीवीओ और नगरीय क्षेत्रों के लिए एडीएम तथा ईओ के संयुक्त हस्ताक्षर से शासन को भेजना होगा। वहीं गो आश्रय स्थलों में संरक्षित पशुओं केलिए राजस्व रिकार्ड में दर्ज चारागाह की भूमि पर जई, बरसीम आदि हरा चारा की बुआई कराई जाएगी। संरक्षित गोवंश का टीकाकारण और ठंड से बचाव के उपाय भी करने होंगे। गाजियाबाद में बेसहारा गोवंश 23 गो आश्रय स्थलों में संरक्षित हैं। अब फिर से बेसहारा गोवंश को संरक्षित कराने से न केवल किसानों की फसलों में नुकसान होने बचेगा बल्कि सड़कों पर घूम रहे गोवंश के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
गोवंश को ठंड से बचाने के लिए कंबल
ठंड बढ़ने के साथ ही अब गो आश्रय स्थलों में गोवंश को ठंड से बचाने का प्रबंध कर लिया गया है। सीवीओ गाजियाबाद डॉक्टर एसपी पांडे ने बताया कि जिले की सभी गो शालाओं में उन हिस्सों को तिरपाल से कवर किया गया है। जहां पर पशु रहते हैं। ठंड बढ़ने के साथ रात में अलवा व्यवस्था की गई है। गोशाला में कंबल की व्यवस्था की गई है।
गो वंशियों को कंबल ओढाए जाएंगे
गो वंशियों को कंबल ओढाए जाएंगे। पशु चिकित्सकों को बीमार गोवंशियों के लिए इलाज का निर्देश दिया गया है। सीवीओ ने लोगों से अपील की है कि बेसहारा गोवंश को गो आश्रय स्थल पहुंचाया जाए। अभियान की तैयारी पूरी हो गई है। बेसहारा गोवंश को संरक्षित कराया जाएगा। इसके लिए टीमों को निर्देश दिए गए है।
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