डासना देवी मंदिर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां भारी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात की गई है। यह कदम उस वक्त उठाया गया जब डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद ने एक बयान दिया...
संभल के बाद डासना मंदिर के बाहर बढ़ाई सुरक्षा : नरसिंहानंद के बयान के बाद भारी संख्या में पुलिस और PAC तैनात
Nov 24, 2024 15:57
Nov 24, 2024 15:57
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पुलिस की निगरानी में नरसिंहानंद गिरि
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार गाजियाबाद पुलिस ने शिव शक्ति धाम डासना के महंत यति नरसिंहानंद गिरि को अपनी निगरानी में ले लिया है। हालांकि, पुलिस ने यह जानकारी नहीं दी कि महंत को कहां रखा गया है, लेकिन उन्हें यह निर्देश दिया गया कि वे दोपहर तक पुलिस की निगरानी में रहेंगे। इसके अलावा, डासना मंदिर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पीएसी की तैनाती बढ़ा दी गई है। मंदिर के पास बैरियर लगाकर पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। महंत के शिष्यों पर भी नजर रखी जा रही है।
तौकीर रजा ने किया था प्रेस कॉन्फ्रेंस का एलान
बरेली में आईएमसी के मुखिया मौलाना तौकीर रजा ने 24 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का एलान किया था। तौकीर के इस बयान के बाद, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा था कि यदि तौकीर की सभा होती है, तो वे उसी समय हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे और कोई उन्हें रोक नहीं सकता। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने तौकीर को कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया। इस घटनाक्रम के बाद गाजियाबाद पुलिस ने यति नरसिंहानंद गिरि को अपनी निगरानी में रख लिया है।
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महंत ने मस्जिदों को लेकर भी दिया बयान
शिव शक्तिधाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने चार दिन पहले एक बड़ा बयान जारी किया। उन्होंने 2.45 मिनट के वीडियो में कहा कि अगर अरब की मस्जिदों का सर्वे किया जाए, तो इस्लाम का काला सच सामने आ जाएगा, क्योंकि उन मस्जिदों के नीचे भी मंदिर और मठ ही पाए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने जमीयत-ए-उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि संभल में हरिनाथ मंदिर का विवाद, जिसे तोड़कर जिहादियों ने मस्जिद बना दी थी, अब एक बार फिर सामने आ गया है। उन्होंने बताया कि इस विवाद को लेकर कोर्ट ने पूरे परिसर का सर्वे करने का आदेश दिया है और रिपोर्ट 29 नवंबर 2024 तक पेश करने को कहा गया है। इस सर्वे के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी भी सुनिश्चित की गई थी।