विनोद ने नानी के शव के कानों से कुंडल निकाल लिए और घर के मंदिर में रखे दो हजार रुपये भी निकाले। जिनको लेकर वह दुकान पर चला गया। परिवार के लोगों को लगा था कि रामप्यारी की हत्या किसी बदमाश ने लूट के लिए कर दी
Ghaziabad News : गाजियाबाद में ऑनलाइन गेम के लिए रुपए नहीं देने पर ली नानी की जान
Jun 30, 2024 10:03
Jun 30, 2024 10:03
- नानी का कातिल नाती गिरफ्तार
- नानी की लाश से कुंडल उतारे
- घर के मंदिर से ले गया रुपये
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया कि दोपहर करीब तीन बजे हत्या करने के बाद विनोद ने नानी के शव के कानों से कुंडल निकाल लिए और घर के मंदिर में रखे दो हजार रुपये भी निकाले। जिनको लेकर वह दुकान पर चला गया। परिवार के लोगों को लगा था कि रामप्यारी की हत्या किसी बदमाश ने लूट के लिए कर दी है। रामनगर अर्थला में रहने वाले विनोद के दोनों मामा अशोक और भगवान सिंह पोस्टमार्टम के बाद मां का शव लेकर संभल चले गए। विनोद भी संभल के काजी सिरौरा का मूल निवासी है। दो माह पहले वह संभल से आकर मामा अशोक के पास रहता था। किराए की दुकान लेकर उसने समोसे और चाऊमीन बेचने का काम शुरू किया था।
तेरहवीं से लौटकर दर्ज कराया केस
तेरहवीं के बाद लौटकर भगवान सिंह ने 28 जून को केस दर्ज कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि की गई थी। जांच पड़ताल में साफ हो गया कि हत्या विनोद ने की है। उसके खिलाफ पुलिस को सबूत मिल गए। उसको शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से लूटे गए कुंडल भी बरामद भी बरामद कर लिए।
आनलाइन गेम में हारने से हो गया 50 हजार का कर्ज
पूछताछ में हत्यारोपी विनोद ने बताया कि वह काफी समय से आनलाइन गेम खेल रहा है। पहले रकम जीता लेकिन इसके बाद लगातार हार रहा था। उसे आनलाइन गेम खेलने की लत लग गई थी। इसलिए वह इसको छोड़ नहीं पाया। वह कर्ज लेकर आनलाइन गेम खेलता रहा। उसके ऊपर 50 हजार रुपये का कर्ज हो गया था। कर्ज चुकाने के लिए यहां आकर काम किया। यहां भी गेम खेलता रहा और हारता रहा। इससे न कर्ज चुका पा रहा था और न ही दुकान का किराया निकाल पा रहा था। खेलने के लिए रुपये न होने पर उसने रामनगर अर्थला में ही दूसरे मामा भगवान सिंह के पास रहने वाली नानी से पैसे मांगे। नानी को पता चल गया था कि वह आनलाइन गेम खेलता है। नानी से पैसे देने से साफ इन्कार कर दिया।
सीने पर घुटना रखकर दबाई नानी की गर्दन
पुलिस पूछताछ में विनोद ने घटनाक्रम बताया। उसने कहा कि वह आठ जून की दोपहर तीन बजे नानी के पास पहुंचा। घर पर नानी और मामा भगवान सिंह और मामा का भतीजा सुमित थे। थोड़ी देर मामा और सुमित किसी काम से बाहर चले गए। वह मोबाइल पर आनलाइन गेम खेल रहा था। इसमें वह हार गया। खेलने के लिए उसे पैसे चाहिए थे। उसने नानी से पैसे मांगे। नानी ने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद वह जिद करता रहा तो नानी ने थप्पड़ मार दिया। गुस्से में आकर उसने नानी को धक्का दिया और कहा कि पैसे देती हो या नहीं। नानी ने फिर से मना कर दिया। इस पर वो गुस्से में आपा खो बैठा। उसने नानी के सीने पर घुटना रखकर दोनों हाथों से कसकर गला दबा दिया। नानी की मौत होने के बाद दुकान पर चला गया।
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