अधिक ब्याज होने के बजाय लोगों को दोगुनी राशि करने वाली बचत योजनाएं पसंद आईं। इसके लिए लोगों ने किसान विकास पत्र और नेशनल सेविंग स्कीम को चुना। इसमें एक अप्रैल से 31 अक्तूबर तक 23,918 लोगों ने निवेश किया।
लोगों को भा रही डाकघर की योजनाएं : कम समय में पैसा हो रहा डबल, जानिए किन योजना में सबसे अधिक ब्याज
Nov 19, 2024 09:12
Nov 19, 2024 09:12
- एक साल में खुल गए करीब 70 हजार नए खाते
- महिलाओं और बुजुर्गों को भा रही डाकघर की योजनाएं
- किसान विकास पत्र और एनएससी भी बनी सेविंग का जरिया
बैंकों की अपेक्षा आधा फीसदी अधिक ब्याज
डाकघर बचत खातों पर अन्य बैंकों की अपेक्षा आधा फीसदी अधिक ब्याज मिलता है। इस कारण इस साल एक अप्रैल से 31 अक्तूबर के बीच 48,800 नए खाताधारकों ने डाकघरों में बचत खाते खुलवाए हैं। महिलाओं को सुकन्या समृद्धि योजना और बुजुर्गों को वरिष्ठ नागरिक बचत योजना अधिक भा रही है। इन दोनों योजनाओं में 8.2 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। इसमें भी लोगों का रुझान दिखा। जहां सुकन्या के 8166 नए खाते खोले गए। वहीं, पीपीएफ में लोगों का रुझान थोड़ा कम नजर आया। इस साल केवल 562 लोगों ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड में जमापूंजी लगाई। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में 7028 लोगों ने निवेश किया। महिलाओं के लिए शुरू की गई योजना महिला सम्मान पत्र 1160 महिलाओं ने लिया। इसमें दो लाख रुपये तक की राशि निवेश की जा सकती है और इस पर 7.8 प्रतिशत ब्याज है।
दोगुनी राशि वाली बचत योजना अधिक पसंद
अधिक ब्याज होने के बजाय लोगों को दोगुनी राशि करने वाली बचत योजनाएं पसंद आईं। इसके लिए लोगों ने किसान विकास पत्र और नेशनल सेविंग स्कीम को चुना। इसमें एक अप्रैल से 31 अक्तूबर तक 23,918 लोगों ने निवेश किया। इस संबंध में डाकघर में एएसपी कौशल सिंह का कहना है कि इस योजना में 110 महीनों में रकम दोगुनी होती है। इसलिए लोगों को सबसे अधिक पसंद आई। साथ ही उन्होंने बताया कि हमारे यहां अन्य बैंकों की अपेक्षा बचत खातों पर आधा प्रतिशत ब्याज अधिक होता है, इसलिए बचत खाते खुलवाने में भी लोगों ने काफी दिलचस्पी दिखाई। इस साल 70 हजार नए खाते खुले हैं।
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