उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 20 पदक व स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी में छात्र-छात्राओं को कुल 270 उपाधियां प्रदान की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पीपल के पौधे में जल अर्पित कर किया गया।
कृषि विश्वविद्यालय मेरठ का दीक्षांत समारोह : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बोलीं-भारत विश्व में सबसे बड़ा कृषि सेक्टर
Sep 05, 2024 02:20
Sep 05, 2024 02:20
- सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि का 17वां दीक्षांत समारोह
- राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को उपहार, आंगनबाड़ी किट का किया वितरण
- पश्चिम उत्तर प्रदेश के उत्थान में कृषि विश्वविद्यालय की अहम भूमिका
पीएचडी के छात्र-छात्राओं को बांटीं 270 उपाधियां
इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 20 पदक व स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी में छात्र-छात्राओं को कुल 270 उपाधियां प्रदान की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पीपल के पौधे में जल अर्पित कर किया गया। राज्यपाल ने स्कूल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों व श्रेष्ठ आंगनबाड़ी को सम्मानित किया। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को उपहार एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बच्चों के लिए किट का वितरण किया। कुलपति द्वारा कुलाधिपति, मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ पर राष्ट्रगीत गाया गया।
इनको भी मिला स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक
दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों में स्नातक हेतु 254, स्नातकोत्तर 09 एवं पी-एच०डी० में 07 छात्र छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गयी। शैक्षिक उत्कृष्टत्ता के लिए विभिन्न महाविद्यालयो के 15 छात्र-छात्राओं को कुलपति स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदकों से सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर पर अकादमिक और सह पाठयक्रम गतिविधियों में संयुक्त रूप से उत्कृष्ट प्रर्दशन हेतु शिवांगी सक्सैना को कुलाधिपति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय का नाम सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम से जुडा
समारोह को संबोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम से जुडा हुआ है। उन्होंने कहा कि मेरठ ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेरठ की भूमि का अपना धार्मिक एवं सांस्कृतिक इतिहास भी रहा है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में 70 प्रतिशत लडकियों ने पदक प्राप्त किये हैं। हमारा देश विविधताओं से परिपूर्ण है, जहाँ कृषि एवं कृषि से जुड़े व्यवसायों को एक प्लेटफॉर्म पर लाए जाने की आवश्यकता है। भारत के पास विश्व का 2.4 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र है तथा चार प्रतिशत जल संसधान है। भारत विश्व में सबसे बडा कृषि का सैक्टर है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित एवं आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
किसानों की आय दोगुनी करने में प्राकृतिक और जैविक खेती सहायक
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने को कहा है, जिसमें प्राकृतिक और जैविक खेती सहायक सिद्ध होगी। प्रधानमंत्री ने श्रीअन्न को ब्रांड के रूप में विकसित कर दिया है। श्रीअन्न स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है तथा किसानों को इसकी खेती से आर्थिक लाभ हो रहा है। आज विश्वभर में पोषण की दृष्टि से लोगों का विश्वास श्रीअन्न उत्पादों पर बढा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष कैम्पस प्लेसमेंट अभियान चलाकर 28 कम्पनियों के साक्षात्कार आयोजित किये गये। जिसमें 110 छात्रों ने प्रतिभाग किया और 48 छात्र-छात्राओं का चयन हुआ।
पश्चिमी यूपी के उत्थान में विश्वविद्यालय की भूमिका की सराहना
विशिष्ट अतिथि के रूप में सूर्य प्रताप शाही, मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, उप्र ने अपने व्यक्तव्य की शुरूआत भारत के लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को नमन करते हुये प्रारम्भ की तथा दीक्षांत समारोह में उपाधि तथा पदक प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को बधाई प्रेषित की। इस अवसर पर उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्रों से लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के आदर्शों का अनुसरण करते हुये अपने ज्ञान का प्रयोग भारतवर्ष के किसानों के उत्थान हेतु करने का आह्वान किया। मंत्री ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्थान में कृषि विश्वविद्यालय की भूमिका की सराहना करते हुए भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप कार्य करने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एग्रो टूरिज्म की सम्भावनाओं को तलाशा जाये ताकि स्थानीय युवाओं को ग्रामीण स्तर पर रोजगार प्राप्त हो सके।
भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2025 तक 4.2 ट्रिलियन डॉलर
मुख्य अतिथि अध्यक्ष कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल नई दिल्ली डा0 संजय कुमार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का अनुमान है कि भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2025 तक 4.2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जायेगी, इसमें कृषि का महत्वपूर्ण योगदान होगा। कृषि भारत की आर्थिक नींव है। ये 55 प्रतिशत से अधिक आबादी को रोजगार देती है। आज हमारा देश खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बन गया है। हमारे देश में फूल, दाल, तेल, मसाले जैसी वस्तुएं आयात करनी पडती है हमें उनका उत्पादन बढाने की दिशा में कार्य करना है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी नवाचार शक्तियो को पहचानना होगा तथा सकारात्मक सोच तथा बड़े सपनों के साथ आगे बढ़ना होगा।
कुलपति ने बताई विवि की उपलब्धियां
कुलपति प्रो. केके सिंह ने दीक्षांत समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की उपलब्धियों तथा भविष्य में चलाये जाने वाले कार्यक्रमों, परियोजनाओं एवं शिक्षा शोध एवं प्रसार के बारे में विस्तार से बताया। कुलपति प्रो. केके सिंह ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ऐसे छात्रों एवं छात्राओं को तैयार और प्रशिक्षित करना होता है। जिससे वे सत्यनिष्ठा, ईमानदारी और दृढ़ता के साथ जीवन संघर्ष का सामना कर सके। इस अवसर पर विधायक सरधना अतुल प्रधान, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी विपिन ताडा, अपर जिलाधिकारी बृजेश सिंह, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार, कुलपति चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय संगीता शुक्ला, सहित अन्य संबंधित अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति, आंगनबाडी कार्यकत्री, छात्र-छात्राएं, अभिभावकगण उपस्थित रहे।
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