कोई अध्यापक या टीचर कहता है। ये सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चित्रित करते हैं, जो सभी को ज्ञान देता है, सिखाता है और जिसका योगदान किसी भी देश या राष्ट्र के भविष्य का निर्माण...
Meerut News : मेरठ के विज्ञान शिक्षक का रूड़की में सम्मान, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दिया उन्नत योगदान
Apr 09, 2024 15:29
Apr 09, 2024 15:29
- रूड़की के कोर यूनिवर्सिटी के आडीटोरियम में गुरु सम्मान समारोह
- यूपी के अलावा दूसरे राज्यों से भी आए शिक्षकों का किया सम्मान
- शिक्षक के महत्व को सार्थक करते हुए प्रदीप ने मेरठ का नाम किया रोशन
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. हिमांशु मित्तल ने कहा
कोर यूनिवर्सिटी के वर्धमान ऑडीटोरियम में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त शिक्षकों के सम्मान में आहूत गुरू सम्मान समारोह में यूनिवर्सिटी चांसलर जेसी जैन ने कहा की शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से ही पूजनीय रहा है। कोई उसे गुरु कहता है, कोई शिक्षक कहता है, कोई आचार्य कहता है, तो कोई अध्यापक या टीचर कहता है। ये सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चित्रित करते हैं, जो सभी को ज्ञान देता है, सिखाता है और जिसका योगदान किसी भी देश या राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करना है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. हिमांशु मित्तल ने कहा कि सही मायनों में कहा जाए तो एक शिक्षक अपने विद्यार्थी का जीवन गढ़ता है। शिक्षक ही समाज की आधारशिला है। एक शिक्षक अपने जीवन के अन्त तक मार्गदर्शक की भूमिका अदा करता है और समाज को राह दिखाता रहता है, तभी शिक्षक को समाज में उच्च दर्जा दिया जाता है।
कोर यूनिवर्सिटी के वर्धमान ऑडिटोरियम में आयोजित गुरू सम्मान समारोह
कोर यूनिवर्सिटी के वर्धमान ऑडिटोरियम में आयोजित गुरू सम्मान समारोह में विभिन्न राज्यों के करीब 230 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आईसीटी का शिक्षा मे प्रयोग कैसे करे का प्रजैंटेशन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि शिक्षार्थियों को पर्याप्त कौशल और सर्वांगीण विकास करने के लिए आईसीटी तैयार करती है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि सीखने की दक्षता और स्मार्टनेस को आईसीटी के उपयोग से बढ़ाया जा सकता है। इस विधा से शिक्षार्थी बेहतर सीखते हैं, ज्ञान को आसानी से समझ लेते हैं, सीखी हुई सामग्री को बनाए रखते हैं और उन्हें व्यावहारिक स्थितियों में आसानी से लागू करते हैं। शिक्षक प्रदीप ने ना सिर्फ शिक्षक जगत का नाम रोशन किया है बल्कि उन्होंने पुरस्कार जीतकर मेरठ का नाम भी शिक्षा के क्षेत्र में चमका दिया है।
बारहवी के बाद बच्चे केे कैरियर निर्धारण का प्रबंधन
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. मनीष माथुर ने कहा कि बारहवी के बाद बच्चे केे कैरियर निर्धारण का प्रबंधन कैसे करें पर विचार प्रस्तुत किए। कुलाधिपति जेसी जैन, कुलपति डॉ. अंकुश मित्तल ने यूनिवर्सिटी व विद्यालयीय शिक्षा के साथ मिलकर शिक्षा की उन्नति की दिशा में कार्य करेंगे। इस अवसर पर यूपी, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखण्ड हिमाचल, आदि राज्यों से शिक्षक शामिल हुए।
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