टीम और सभी प्रतिभागी सड़क पर नारे लगाते हुए सभी को यह संदेश दे रहे थे कि महावारी पर छुप-छुप कर बात करने की बजाए हम खुल कर बात करेंगे। सभी ज़ोर-शोर से “हम बोलेंगे मुँह खोलेंगे, तभी जमाना बदलेगा’ जैसे नारे...
Meerut News : पैड यात्रा और महावारी मेला में छात्राएं बोली, 'हम बोलेंगे मुँह खोलेंगे, तभी जमाना बदलेगा'
May 16, 2024 19:36
May 16, 2024 19:36
- मेरठ पैड यात्रा में स्कूली छात्राओं ने लिया भाग
- एसबीआई और मेरठ प्रशासन के सहयोग से पीरियड फेस्ट
- महावारी पर छुप-छुप कर बात करने की बजाए हम खुल कर बात करेंगे
पैड यात्रा में 1500 छात्र-छात्राओं ने लिया भाग
यह कार्यक्रम तेजगढ़ी सर्किल से पैड यात्रा के साथ शुरू हुआ। यह एक तरह की रैली थी जिसमें लगभग 1500 छात्र-छात्राओं और 100 शिक्षकों ने भाग लिया। जहां सच्ची सहेली की टीम और सभी प्रतिभागी सड़क पर नारे लगाते हुए सभी को यह संदेश दे रहे थे कि महावारी पर छुप-छुप कर बात करने की बजाए हम खुल कर बात करेंगे। सभी ज़ोर-शोर से “हम बोलेंगे मुँह खोलेंगे, तभी जमाना बदलेगा’ जैसे नारे लगाते हुए चले। इस पैड यात्रा का उद्देश्य था मासिक धर्म के परिप्रेक्ष्य में नकारात्मकता व भ्रांतियों को तोड़ना, साथ ही यह बताना है कि मासिक धर्म सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है कोई शर्म की बात नहीं है।
28 मई को मनाया जाता है माहवारी स्वच्छता दिवस
28 मई को अंतराष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है, और सच्ची सहेली इसी उपलक्ष में मेरठ प्रशासन और सरकारी स्कूलों के छात्र- छात्राओं और शिक्षकों के साथ इसे बड़ी धूम से 16 मई को मनाती हुई नज़र आयी। इस बार PeriodFriendlyWorld के थीम के अंतर्गत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें महत्वपूर्ण यह था कि सिर्फ छात्राओं ने ही नहीं छात्रों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और मेरठ को पीरियड फ्रेंडली बनाने का आगाज़ किया। पैड यात्रा के बाद पीरियड फेस्ट की गतिविधियां चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित की गयीं। जहां विभिन्न शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मासिक स्वास्थ्य जागरूकता और स्वच्छता अभ्यासों को बढ़ावा दिया गया।
बच्चों के लिए विशेष फन ज़ोन बनाया गया
इस महावारी मेले में बच्चों के मनोरंजन के लिए कई तरह की स्टॉल्स भी लगाई गई थी, जिसमें बच्चों ने बहुत हर्ष उल्लास के साथ भाग लिया। बच्चों के लिए विशेष फन ज़ोन बनाया गया जहां पर बच्चों ने खेल के माध्यम से महावारी से जुडी भ्रतियों को तोड़ा। साथ ही पैड ज़ोन और सच्ची सहेली की स्टाल पर माहवारी और किशोरावस्था से संबंधित जानकारियां दी गई। इस कार्यक्रम में विभोर ग्रुप ने शानदार प्रस्तुति दी साथ ही स्कूल के बच्चों ने अपनी कला के प्रदर्शन से समा बाँध दिया। सच्ची सहेली एनजीओ की संस्थापक डॉक्टर सुरभि सिंह ने बच्चों के मन से महावारी को लेकर शर्म और डर को हटाने के लिए प्रेरणा भी दी साथ ही कहा कि पीरियड के भूत को हटाओ और अब पता चलने दो।
मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल ने सच्ची सहेली के इस क़दम की सराहना की
इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल ने सच्ची सहेली के इस क़दम की सराहना की साथ ही कहा कि इस मुद्दे पर बात करना कितना अहम है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की वाईस चेयरमैन प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने शिक्षा ही शक्ति है का महत्व बताया। सच्ची सहेली और एसबीआई फाउंडेशन का मेंस्ट्रूअल हाइजीन डे को मनाने का अनूठा तरीका देखकर लगता है कि मेरठ में मासिक धर्म की सोच को लेकर बड़े बदलाव की उम्मीद है।
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शिवम हापुड़ के पिलखुवा के गांव बड़ौदा का रहने वाला था और पिछले छह महीनों से अक्खेपुर में अपनी बहन के यहां रहकर खाद-बीज की दुकान चला रहा था। और पढ़ें