गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। परियोजना को 12 अलग-अलग पैकेजों में विभाजित किया गया है...
बदलता उत्तर प्रदेश : मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे से सिर्फ 8 घंटे में पहुंचे प्रयागराज, आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
Jan 15, 2025 18:53
Jan 15, 2025 18:53
परियोजना की प्रगति
गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। परियोजना को 12 अलग-अलग पैकेजों में विभाजित किया गया है। सितंबर 2024 तक 59% से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग समाप्त हो गया है, और अधिकांश संरचनाओं का निर्माण पूरा हो चुका है। सरकार ने इसे 2025 में होने वाले महाकुंभ मेले से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
गंगा एक्सप्रेसवे के आस-पास औद्योगिक गलियारों का विकास किया जाएगा। इससे स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। विशेष रूप से, मेरठ, कानपुर और प्रयागराज के आस-पास औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही टेक्सटाइल पार्क, फार्मा पार्क और आईटी पार्क की स्थापना की योजनाएं भी बनाई जा रही हैं।
12 जिलों को मिलेगा लाभ
यह एक्सप्रेसवे 12 जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, और प्रयागराज शामिल हैं। इससे इन जिलों में परिवहन के साथ-साथ आर्थिक और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। यह एक्सप्रेसवे इन जिलों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख बाजारों और औद्योगिक केंद्रों से जोड़ने में मदद करेगा।
पर्यावरण और आपदा प्रबंधन
इस एक्सप्रेसवे को पर्यावरणीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। यह बाढ़ नियंत्रण बांध के रूप में भी कार्य करेगा, जिससे बाढ़ के कारण होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा।
यात्रा होगी सुविधाजनक और तेज़
गंगा एक्सप्रेसवे 6 लेन का बनाया जा रहा है, जिसे भविष्य में 8 लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा। यह यात्रियों को तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा। इसके साथ ही, यह दिल्ली-एनसीआर से प्रयागराज और अन्य जिलों की यात्रा को भी आसान बना देगा।
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