योगी आदित्यनाथ सरकार ने यूपी बजट 2024 में गंगा एक्सप्रेस वे के लिए 2057 करोड़ रुपए दिए हैं। इससे मेरठ सहित पश्चिम यूपी के अधिवक्ताओं में खुशी है।
बजट से बदलाव का भरोसा : गंगा एक्सप्रेसवे से पश्चिम यूपी के विकास को लगेगे पंख, वकीलों ने की योगी बजट की तारीफ
Feb 05, 2024 14:34
Feb 05, 2024 14:34
योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सप्रेस वे
गंगा एक्सप्रेस वे योगी सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी परियोजना है। गंगा एक्सप्रेस वे बन जाने से मेरठ से प्रयागराज जाने में कम समय लगेगा और दूरी भी घटेगी। गंगा एक्सप्रेस वे बन जाने से सिर्फ छह से सात घंटे के भीतर मेरठ से प्रयागराज पहुंच सकेंगे।
चार चरणों में निर्माण कार्य जारी
गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य चार चरणों में चल रहा है। मेरठ और हापुड़ सीमा में एक्सप्रेसवे के भूमि समतलीकरण, अंडरपास, पुल निर्माण और सड़क बनाई जा रही है। इसी के साथ ही अन्य हिस्सों में तेजी से काम चल रहा है। उप्र सरकार ने बजट में गंगा एक्सप्रेसवे को प्राथमिकता पर रखा है। जिससे उम्मीद जग गई है कि 2024 के अंत तक पश्चिमी उप्र के विकास को पंख लगने वाले हैं।
यूपीडा को दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश
योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को दिसंबर 2024 तक गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है। जिससे इसे चालू किया जा सके। पहले चरण में 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेस वे पूर्वी यूपी के प्रयागराज को पश्चिमी यूपी के मेरठ से जोड़ेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2019 में कुंभ मेले के दौरान गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की थी। अब वह चाहते हैं कि यह एक्सप्रेसवे आगामी महाकुंभ से पहले चालू हो, जो अगले साल 14 जनवरी से शुरू हो रहा है।
120 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी रफ्तार
UPEIDA को 31 दिसंबर 2024 तक गंगा एक्सप्रेसवे को चालू करने के लिए समय पर काम पूरा करने का निर्देश दिया है। गंगा एक्सप्रेसवे यूपी का सबसे लंबा छह-लेन वाला एक्सप्रेसवे बन जाएगा। इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा समय कम होगा। इसी के साथ गंगा एक्सप्रेसवे की डिजाइन स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है। जबकि यात्रा के दौरान वाहन 100 की रफ्तार से चलेगा। इसके बनने से मेरठ से प्रयागराज एक दिन में आना और जाना हो सकेगा।
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