अखिलेश यादव ने मझवां सीट पर हाल ही में हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि यह घटना इतनी चर्चित हो गई कि इसे "मटन युद्ध" का नाम दिया गया।
अखिलेश यादव ने मटन पार्टी को लेकर भाजपा पर साधा निशाना : कहा- हमने कई युद्ध देखे हैं लेकिन, ये इतिहास में दर्ज हो गया
Nov 18, 2024 15:59
Nov 18, 2024 15:59
- अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी में आंतरिक खींचतान और गुटबाजी चरम पर है।
- कई तरह के युद्ध देखे हैं, लेकिन मटन युद्ध पहली बार देखा।
- अखिलेश यादव ने मटन युद्ध को लेकर तंज कसा
मटन युद्ध पर कटाक्ष
अखिलेश यादव ने मझवां सीट पर हाल ही में हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि यह घटना इतनी चर्चित हो गई कि इसे "मटन युद्ध" का नाम दिया गया। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "वैसे तो हमने इतिहास में कई तरह के युद्ध देखे हैं, लेकिन मटन युद्ध पहली बार देखा। यह घटना इतिहास में दर्ज हो चुकी है।" उन्होंने बीजेपी सांसद विनोद बिंद की बकरा पार्टी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह घटना न केवल लोकप्रिय हुई बल्कि लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई। अखिलेश ने कहा, "आपकी विधानसभा की यह घटना बहुत प्रसिद्ध हो गई, लेकिन मुझे नहीं पता था कि यहां मटन युद्ध भी हुआ है।"
"अधिकारी और कर्मचारी मन ही मन जानते हैं कि अब भारतीय जनता पार्टी बच नहीं पाएगी। मुझे तो पता नहीं था यहां मटन युद्ध भी हुआ है, यह इतिहास में दर्ज हो गया।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 17, 2024
- माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, मझवां विधानसभा pic.twitter.com/YGBMetKunf
बीजेपी की आंतरिक खींचतान पर टिप्पणी
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी में आंतरिक खींचतान और गुटबाजी चरम पर है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश के इंजन पहले से ही एक-दूसरे को टक्कर दे रहे थे। अब इनके नारे भी एक-दूसरे को टक्कर मार रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि वह समाजवादियों से डरे हुए हैं। उन्होंने कहा, "अगर ऐसा नहीं होता, तो एक संत की भाषा ऐसी नहीं होती। उनके नकारात्मक रवैये से यह स्पष्ट है कि वह जनता के बीच अपना भरोसा खो चुके हैं।"
ये भी पढ़ें : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक खत्म : आज से कुंभ मेला क्षेत्र में जमीन का होगा आवंटन, प्रशासन ने संतो की मांगे मानी
अधिकारियों और कर्मचारियों के सहारे बीजेपी
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपनी प्रशासनिक शक्ति का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी को यह समझ आ गया कि जनता उनका समर्थन नहीं कर रही है, तो उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को आगे कर दिया। लेकिन अधिकारियों को भी अब यह एहसास हो गया है कि बीजेपी बचने वाली नहीं है।
एनडीए पर टिप्पणी
एनडीए पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह गठबंधन नकारात्मकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि एनडीए की शुरुआत ही 'एन' से होती है और एन का मतलब है नेगेटिव। यह केवल समाजवादियों के लिए ही नहीं, बल्कि दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के लिए भी नकारात्मक है।"
मटन पार्टी का विवाद
बता दें कि मझवां सीट पर हाल ही में बीजेपी सांसद विनोद बिंद ने बकरे की दावत दी थी, जिसमें "मटन बोटी" नहीं परोसने को लेकर बवाल मच गया था। खाने की थाली में केवल "रसा" परोसने पर एक व्यक्ति ने खाना परोसने वाले को थप्पड़ जड़ दिया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई। बाल्टियां और बर्तन इस लड़ाई में हथियार बन गए थे।