चुनार थाना क्षेत्र के नुनौटी गांव में रात में एक खूंखार लकड़बग्घा घर में घुस आया। लकड़बग्घा ने घर में सो रही ढाई वर्षीय बालिका को निशाना बनाने लगा।
खूंखार लकड़बग्घे ने किया हमला : पोती की जान बचाने के लिए भिड़ी दादी, घर में घुसे हिंसक जंगली पशु को मार डाला
Oct 21, 2024 00:54
Oct 21, 2024 00:54
आवाज़ सुनकर बालिका के दादा संतलाल तुरंत मौके पर पहुंचे और लाठी से लकड़बग्घा पर हमला किया। संतलाल ने बहादुरी दिखाते हुए लकड़बग्घा को पीट-पीटकर मार डाला, जिससे बालिका की जान बच सकी। इस घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और लकड़बग्घा के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
जंगल से भटक कर घर में घुसा था लकड़बग्घा
नुनौटी गांव निवासी संतलाल का परिवार शनिवार रात घर में भोजन कर सो रहा था। इसी बीच, सक्तेशगढ़ के जंगल से भटक कर निकला यह लकड़बग्घा घर में आ घुसा। परिवार के लोग गहरी नींद में थे, जिससे किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी। जंगली जानवर चारपाई के नीचे छिप गया और ढाई वर्षीय बालिका को अपना शिकार बनाने के इरादे से बाहर निकला। इस दौरान, राजकुमारी की नींद खुली और उन्होंने लकड़बग्घा को देखकर तुरंत शोर मचाया।
दादी की बहादुरी ने बचाई पोती की जान
राजकुमारी ने बताया कि शोर मचाने पर लकड़बग्घा ने उन पर हमला कर दिया था। लेकिन उन्होंने अपनी पोती को गोदी में उठा लिया और उसकी जान बचाने के लिए संघर्ष करती रहीं। इस बीच, दादा संतलाल ने हिम्मत दिखाते हुए लाठी से वार कर लकड़बग्घा को मौत के घाट उतार दिया। घायल राजकुमारी का स्थानीय स्तर पर उपचार कराया गया, और उनकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है।
इस घटना ने न केवल नुनौटी गांव में बल्कि पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। लोग दादी की इस बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी पोती की जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना लकड़बग्घा से मुकाबला किया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जंगली जानवर के भटककर गांव में आने की घटनाओं पर निगरानी बढ़ाई जाएगी, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
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