शहर का यह ऐतिहासिक धरोहर, जो 100 साल से अधिक पुराना है, अब न सिर्फ संरक्षित होगा बल्कि पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षक बनाया जाएगा...
मिर्जापुर का ऐतिहासिक घंटाघर बनेगा हेरिटेज पॉइंट : महज 18 हजार में हुआ था निर्माण, अब होगा आधुनिक सुविधाओं से लैस
Nov 12, 2024 21:14
Nov 12, 2024 21:14
- ऐतिहासिक घंटाघर बनेगा हेरिटेज पॉइंट
- महज 18 हजार में बना था
- पुरातत्व टीम की रिपोर्ट पर मिली नई पहचान
बीएचयू की टीम ने किया निरीक्षण
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की पुरातत्व विभाग की एक टीम ने घंटाघर का निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी। रिपोर्ट में घंटाघर को हेरिटेज स्थल के रूप में संरक्षित करने और आसपास की सुविधाओं को बढ़ाने की सिफारिश की गई थी। अब शासन के आदेश पर इस स्थल का कायाकल्प किया जाएगा, ताकि इसे और अधिक आकर्षक और उपयोगी बनाया जा सके।
महज 18 हजार में हुआ था निर्माण
बता दें कि घंटाघर का निर्माण 1891 में हुआ था, तब इसके निर्माण के लिए महज 18,000 रुपये खर्च किए गए थे। यह संरचना स्थानीय रूप से प्रसिद्ध है क्योंकि इस पर की गई नक्काशी अन्य भवनों से बिलकुल अलग और अद्भुत है। इसकी विशिष्टता और सुंदरता इसे न केवल मिर्जापुर बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए भी एक ऐतिहासिक धरोहर बनाती है।
ऐतिहासिक स्थल के रूप में किया जा रहा विकसित
पहले यह घंटाघर नगर पालिका के कार्यालय के रूप में इस्तेमाल होता था, जहां शहर का पूरा लेखा-जोखा रखा जाता था। हालांकि, 2021 में इसे स्थानांतरित कर दिया गया और अब यह पूरी तरह से एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत घंटाघर की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए आधुनिक लाइटिंग और पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे यह स्थल और अधिक आकर्षक और सुरक्षित बनेगा।
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