Mirzapur News : राम जानकी मंदिर में हुई चोरी का खुलासा, 30 करोड़ की मूर्तियों के साथ सपा नेता गिरफ्तार

राम जानकी मंदिर में हुई चोरी का खुलासा, 30 करोड़ की मूर्तियों के साथ सपा नेता गिरफ्तार
UPT | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी और बरामद की गई मुर्तियां

Jan 18, 2025 18:59

मिर्जापुर में पुलिस ने अष्टधातु से बनी करोड़ों की मूर्तियों को बरामद कर एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। इन मूर्तियों में भगवान राम, जानकी और लक्ष्मण की प्राचीन मूर्तियां शामिल हैं...

Jan 18, 2025 18:59

Mirzapur News : मिर्जापुर में पुलिस ने अष्टधातु से बनी करोड़ों की मूर्तियों को बरामद कर एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। इन मूर्तियों में भगवान राम, जानकी और लक्ष्मण की प्राचीन मूर्तियां शामिल हैं, जिन्हें चोरी किया गया था। यह चोरी 14 जनवरी की रात को पड़री थाना क्षेत्र के कठिनई गांव स्थित राम जानकी मंदिर से की गई थी। मठ की देखभाल करने वाले शिष्य बंशीदास ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर इस चोरी की साजिश रची थी। मूर्तियों को चोरी करने के बाद चोरों ने उन्हें हाईमाई पहाड़ी के पीछे छिपा दिया था।

मूर्तियों को बेचने की योजना बना रहे थे आरोपी
पुलिस को सूचना मिली कि चारों आरोपी मूर्तियों को बेचने के लिए जा रहे हैं, जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। पुलिस ने उन लोगों के पास से मूर्तियों की बरामदगी की, जिनकी कीमत 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इन मूर्तियों को चोरी करने वाले चारों आरोपी बंशीदास, लवकुश पाल, मुकेश सोनी और राय बहादुर पाल को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में राय बहादुर पाल समाजवादी पार्टी युवजन सभा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे हैं।



मठ की गद्दी न मिलने पर रची साजिश
पुलिस द्वारा की गई जांच में यह सामने आया कि बंशीदास ने अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं के कारण यह चोरी की योजना बनाई थी। वह यह उम्मीद कर रहा था कि गुरु के बाद उसे मठ की गद्दी मिलेगी, लेकिन जब उसे पता चला कि गुरु अपने भतीजे को गद्दी सौंपने वाले हैं, तो उसने मूर्तियों की चोरी की साजिश रच डाली। बंशीदास ने कुछ लोगों को घूमने के बहाने लाकर मूर्तियों की पहचान कराई और फिर चोरी की योजना बनाई। मूर्तियों को चोरी करने के बाद वह उन्हें छिपाने के लिए हाईमाई पहाड़ी पर ले गया।

पुलिस ने टीम बनाकर की छानबीन
मूर्ति चोरी की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एक टीम का गठन किया गया और छानबीन की गई। पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली कि बोलेरो गाड़ी में कुछ संदिग्ध लोग हाईमाई पहाड़ी के पास सामान ले जा रहे हैं। पुलिस ने इस सूचना के आधार पर एक कार को रोका और उसमें से मूर्तियां बरामद कीं। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की और पता चला कि उन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया था।

पुलिस ने चारों आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। इस घटना में शामिल आरोपी बंशीदास को महाकुंभ मेले में मठ का शिष्य होने के कारण एक गनर भी मिला था, जिसे उसने चोरी के दिन हटा दिया था। पुलिस ने इस मामले की पूरी जानकारी पत्रकार वार्ता के माध्यम से दी और इस मामले को खुलासा करने में सफल रही।

ये भी पढ़ें- महाकुंभ में ब्लिंकिट : मेले में लगाया टेम्पररी स्टोर, 10 मिनट में मिलेगा पूजा सामग्री से लेकर संगम जल

Also Read