वाराणसी से यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर मुजफ्फरनगर गए सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार की उन्हीं के सुरक्षा में लगे सिपाही चंद्र प्रकाश द्वारा हत्या किए जाने के विरोध में...
शिक्षक हत्याकांड : विरोध में दूसरे दिन भी ठप रहा मूल्यांकन, सोनभद्र के दोनों केंद्रों पर नहीं खुले ताले
Mar 19, 2024 17:05
Mar 19, 2024 17:05
- शिक्षक संगठनों की अगुवाई में नगर क्षेत्र में नारेबाजी कर जताया विरोध
- मृतक शिक्षक के परिजनों को एक करोड़ रुपया मुआवजा
- महिला शिक्षिकाओं के साथ महिला पुलिस की ड्यूटी लगाने की रखी मांग
तंबाकू ना देने पर सिपाही ने गोली मारकर की थी हत्या
बता दें कि चंदौली जिले के रामगढ़ बैराठ निवासी शिक्षक धमेन्द्र कुमार सिंह, संतोष कुमार, दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ वाहन से यूपी बोर्ड की कॉपियां प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमा कराने के लिए वाराणसी से 14 मार्च को निकले थे। सुरक्षा को देखते हुए उनके साथ उपनिरीक्षक नागेंद्र चौहान व मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश को भी भेजा गया था। 17 मार्च की रात्रि को वह मुजफ्फरनगर के एसडी इंटर कॉलेज में जमा कराने पहुंचे थे, मगर रात में कॉलेज का गेट बंद होने पर गाड़ी बाहर लगाकर रुके थे। बताया गया है कि इस दौरान मुख्य आरक्षी बार-बार तंबाकू मांग रहा था और किसी को आराम नहीं करने दे रहा था। इस पर धर्मेंद्र कुमार ने आपत्ति की तो उसने कार्बाइन से फायर झोंक दिया। जिसके कारण शिक्षक धमेन्द्र कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी।
दूसरे दिन भी बंद रहा कॉपियों का मूल्यांकन
सोनभद्र के राजा शारदा महेश इण्टर कॉलेज और राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज राबर्ट्सगंज के कोठार में बने दोनों मूल्यांकन केन्द्रों के ताले तक नहीं खोले गये। सभी परीक्षकों द्वारा सामूहिक रूप से मूल्यांकन का बहिष्कार किया गया। माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा, उत्तर प्रदेश संगठन, माध्यमिक शिक्षक संघ एवं राजकीय शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश मूल संघ एवं पाण्डेय गुट समेत सभी संगठनों द्वारा सामूहिक रूप से पीड़ित को न्याय दिलाए जाने की मांग की गई। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद यादव को सौंपा गया।
पीडि़त परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग
सभी संगठनों द्वारा मांग की गई है कि दोषी को कठोर सजा मिले और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा राशि भी सरकार द्वारा दी जाए। इसके अलावा उत्तर पुस्तिका पहुंचाने व लाने की जिम्मेदारी से शिक्षकों को मुक्त किया जाय। लोकसभा चुनाव में महिला शिक्षिकाओं के साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए महिला शिक्षिकाओं के साथ महिला पुलिस कर्मी की ड्यूटी लगाई जाए। इस दौरान आक्रोशित शिक्षकों ने राबर्ट्सगंज नगर क्षेत्र में अपनी मांगो के लिए जमकर नारेबाजी किया। जिसके बाद शिक्षकों ने एक जुलुस भी निकाला और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। शिक्षकों का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती तब आंदोलन जारी रखा जायेगा।
यह लोग रहे मौजूद
इस मौके पर माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा सोनभद्र के जिलाध्यक्ष एवं वाराणसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी उमाकांत मिश्र, राजकीय शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश मूल संघ के प्रान्तीय कार्यकारी महामन्त्री अशोक कुमार अवाक, जिला अध्यक्ष राजन चतुर्वेदी, जिला मंत्री अमर सिंह, पाण्डेय गुट के जिलाध्यक्ष मिथिलेश गोस्वामी, जिला मंत्री सत्यनारायण कन्नौजिया, शैलेन्द्र चतुर्वेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष डी.पी.सिंह, शिक्षक महासभा के महामंत्री मुस्तकीन, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार राव, जिला मंत्री संतोष सिंह, विवेकानन्द मिश्र, भावना शुक्ला, आरती सिंह, रोली, दिल मुहम्मद, कुलदीप सिंह यादव, राकेश शुक्ला, कैलाश यादव, गुलाब राय के साथ राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्त विहीन विद्यालयों की शिक्षिकाएं और शिक्षक भारी संख्या में मौजूद रहे।
Also Read
22 Nov 2024 06:07 PM
मझवां विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। मतगणना की प्रक्रिया 23 नवंबर को बथुआ स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के परिसर में सुबह 8 बजे से शुरू होगी। और पढ़ें