बिजनौर के सरकारी स्कूल में छात्रों के साथ भेदभाव करने के आरोप में एक शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन के बाद जब शिक्षिका अपना सामान समेटकर घर जाने लगी, तो उसे पकड़कर स्कूल की छात्राएं खूब रोईं।
धार्मिक भेदभाव करने पर निलंबित हुई थी शिक्षिका : जाने लगी घर, तो फूट-फूटकर रोए बच्चे, वायरल हुआ वीडियो
Aug 27, 2024 20:21
Aug 27, 2024 20:21
- तनवीर आयशा को किया गया निलंबित
- बच्चों को धमकाने का भी आरोप
- बच्चे फूट-फूटकर रोए
जानिए क्या है पूरा मामला
विवाद की शुरुआत तब हुई जब प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों ने अपने माता-पिता को बताया कि उनकी शिक्षिका और सहायक शिक्षक तिलक लगाकर स्कूल आने से मना करते हैं। इसके बाद अभिभावकों ने हिंदू संगठनों के साथ मिलकर स्कूल के खिलाफ हंगामा किया। इस हंगामे की सूचना बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी गई, जिसने मामले की गंभीरता को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को जांच सौंप दी। जांच के दौरान कक्षा 6 के छात्रों ने आरोप लगाए कि शिक्षिका और शिक्षक तिलक लगाकर आने से मना करते हैं।
बिजनौर के प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका आयशा को इस आरोप के साथ निलंबित कर दिया गया कि "उसने हिंदू छात्र छात्राओं को तिलक लगाकर ना आने का आदेश दिया है", निलंबित होने के बाद आयशा अपने घर जा रही थी तभी उनके छात्र उनके लिए रोने लगे बिलखने लगे, छात्र छात्राओं का यह भी कहना है कि मैम ने… pic.twitter.com/IkBCA6xfcc
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) August 27, 2024
बच्चों को धमकाने का भी आरोप
खंड शिक्षा अधिकारी सूर्यकांत गिरी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि कक्षा 6 के बच्चों के बयान के आधार पर यह पाया गया कि शिक्षिका तनवीर आयशा और सहायक अध्यापक मुख्तार अहमद स्कूल में नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। हालांकि, कक्षा 7 और 8 के बच्चों ने किसी भी ऐसे घटना की पुष्टि नहीं की। मालूम चला कि जिस समय कक्षा 6 के छात्रों के बयान लिए जा रहे थे, उसी वक्त कक्षा 7 और 8 के छात्रों को शिक्षिका अधिकारी से सामने बयान न देने के लिए दबाव बना रही थीं। शिक्षिका पर बच्चों को धमकाने का भी आरोप है। इसके बावजूद, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका और शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की।
तनवीर आयशा को किया गया निलंबित
बिजनौर के गांव भनेड़ा स्थित एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को तिलक लगाकर स्कूल आने से मना करने का मामला सामने आने के बाद विवाद बढ़ गया था। लेकिन इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तत्काल कार्रवाई की। शिक्षक तनवीर आयशा को निलंबित कर दिया गया है और सहायक अध्यापक मुख्तार अहमद की वेतन वृद्धि को रोक दिया गया है। यह कदम तब उठाया गया जब शिकायतकर्ता बच्चों ने आरोप लगाया कि उन्हें तिलक लगाकर स्कूल आने से रोका जाता था और जो बच्चे तिलक लगाकर आते थे, उनके तिलक मिटा दिए जाते थे।
एक शिक्षक भी विवाद के घेरे में
प्रधानाध्यापक राजेंद्र सिंह ने इस विवाद पर कहा कि स्कूल में तिलक लगाने पर कोई रोक नहीं है और बच्चों को इस मामले में कोई भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम छात्रों को जुमे के दिन नमाज के लिए अतिरिक्त समय दिया जाता है, लेकिन तिलक लगाने को लेकर कोई भी पाबंदी नहीं है। इसके साथ ही, मुख्तार अहमद के खिलाफ भी शिकायत की गई है कि वह मुस्लिम छात्रों को मस्जिद में नमाज पढ़ाने ले जाते हैं और स्कूल में कुर्ता-पजामा पहनकर आते हैं, जो कि विवाद का हिस्सा है।
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