Rampur News : सर सैय्यद अहमद खान की दूरदर्शिता और समर्पण का प्रतीक है एएमयू , जानिए किसने कही यह बात  

सर सैय्यद अहमद खान की दूरदर्शिता और समर्पण का प्रतीक है एएमयू , जानिए किसने कही यह बात  
UPT | कार्यक्रम में मंचासीन अतिथि।

Oct 18, 2024 22:07

सर सय्यद डे के अवसर पर रामपुर में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की ओर से एक विशेष डिनर का आयोजन किया गया। यह आयोजन रामपुर के बंधन मैरेज हॉल में हुआ। डिनर से पहले एक पारंपरिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

Oct 18, 2024 22:07

Rampur News : सर सैय्यद डे के अवसर पर रामपुर में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की ओर से एक विशेष डिनर का आयोजन किया गया। यह आयोजन रामपुर के बंधन मैरेज हॉल में हुआ। डिनर से पहले एक पारंपरिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और पद्मश्री से सम्मानित ज़फर इक़बाल शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि के तौर पर डॉ. जमाल ए. खान, अजमल साहब और झारखंड के न्यायाधीश गुलाम हैदर ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीनियर अलीग हामिद हुसैन कुरैशी ने की।


सर सय्यद के संघर्ष और योगदान पर वक्ताओं के विचार
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने सर सैय्यद अहमद खान के जीवन, उनके संघर्ष और शिक्षा के प्रति उनके योगदान पर अपने विचार प्रस्तुत किए। वक्ताओं ने खासतौर पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना में उनके योगदान को याद किया, जो शिक्षा के क्षेत्र में उनकी दूरदर्शिता और समर्पण का प्रतीक है। सीनियर अलीग प्रोफेसर हसन अहमद निज़ामी ने सर सय्यद के शैक्षिक मिशन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उनकी दूरदर्शी सोच को लोगों के सामने रखा।

इसके अलावा, सीनियर अलीग और मशहूर शायर अज़हर इनायती ने सर सय्यद की शख्सियत और उनके योगदान को नज़्म के जरिए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सर सय्यद की शिक्षा और समाज सुधार की दिशा में किए गए प्रयासों को याद करते हुए उनके आदर्शों को अपनाने की अपील की।

मदरसा फुरकानिया में कुरानख्वानी और दुआ का आयोजन
इस कार्यक्रम से पहले, मदरसा फुरकानिया में भी सर सय्यद अहमद खान की जन्म वर्षगांठ के अवसर पर एएमयू ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की ओर से कुरानख्वानी का आयोजन किया गया। इस आयोजन में सर सैय्यद के प्रति श्रद्धा व्यक्त की गई और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इसके बाद, शायर उल्लाह साहब ने एक विशेष दुआ का आयोजन किया, जिसमें सर सय्यद के आदर्शों और उनके द्वारा स्थापित शिक्षा के मार्गदर्शन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।

कार्यक्रम में सहभागिता का उत्साह
इस आयोजन में शामिल सभी लोग सर सैय्यद की शिक्षाओं से प्रेरित हुए और उनके विचारों को वर्तमान समाज में आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम ने एकता, शिक्षा और समाज सुधार के प्रति समर्पण की भावना को बल दिया, जो सर सय्यद अहमद खान के जीवन का मुख्य उद्देश्य था। इस प्रकार, रामपुर में आयोजित यह कार्यक्रम सर सय्यद अहमद खान की विरासत को जीवित रखने का एक प्रयास था।

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