भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ने शुक्रवार को संभल जिले में गुप्त रूप से 24 स्थलों का सर्वेक्षण किया। यह कार्य सुबह 6 बजे शुरू हुआ...
संभल में ASI ने गुप्त रूप से किया सर्वे : कार्तिकेश्वर मंदिर समेत 24 स्थलों की जांच, सुरक्षा में तैनात रही पुलिस
Dec 20, 2024 18:30
Dec 20, 2024 18:30
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सर्वेक्षण के दौरान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया था। सीसीटीवी कैमरों के जरिए क्षेत्र की निगरानी की गई। इस दौरान संभल के जिलाधिकारी (DM) राजेंद्र पेंसिया और एसडीएम वंदना मिश्रा भी सर्वेक्षण टीम के साथ मौजूद रहे।
मंदिर, कुओं और मूर्तियों की जांच
डीएम द्वारा ASI को भेजे गए एक पत्र के बाद यह सर्वेक्षण शुरू हुआ। टीम ने कार्बन डेटिंग के माध्यम से मंदिर, कुओं और मूर्तियों की प्राचीनता का पता लगाने की योजना बनाई। जिन 5 तीर्थ स्थलों का सर्वे किया गया, उनमें कार्तिकेश्वर महादेव मंदिर, भद्रक आश्रम, स्वर्गदीप और चक्रपाणि आश्रम शामिल हैं। इसके अलावा, चतुर्मुख कूप और मोक्ष कूप समेत 19 कुओं की भी जांच की गई।
400 साल पुराना शिव मंदिर मिला
डीएम और एसपी को 14 दिसंबर को खग्गू सराय क्षेत्र में एक शिव मंदिर मिला, जो 46 वर्षों से बंद था। मंदिर की सफाई करवाई गई और इसे जनता के लिए खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई। स्थानीय लोगों का दावा है कि यह मंदिर लगभग 400-500 साल पुराना है।
मुस्लिम बहुल इलाकों में मिले बंद मंदिर
पिछले 4 दिनों में संभल के मुस्लिम बहुल इलाकों में 2 प्राचीन मंदिर मिले हैं। पहला मंदिर 14 दिसंबर को खग्गू सराय में मिला, जबकि दूसरा 17 दिसंबर को हयात नगर के सरायतरीन क्षेत्र में मिला। स्थानीय लोगों के अनुसार, 1978 के दंगों के बाद हिंदू परिवारों ने पलायन कर दिया था, जिसके कारण ये मंदिर बंद हो गए। ASI टीम द्वारा सर्वेक्षण की रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे शासन को सौंपा जाएगा। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य प्राचीन स्थलों की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता को समझना और उनके संरक्षण के लिए कदम उठाना है।