लखनऊ लोकसभा सीट पर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जीत गए हैं। उन्होंने सपा के रविदास मेहरोत्रा को हराया। साधारण परिवार से होने के बावजूद उन्होंने यूपी के सीएम से लेकर देश के गृह मंत्री और रक्षा मंत्री तक का सफर तय किया। आइये जानते हैं इनके बारे में।
Lok Sabha Chunav : फिजिक्स प्रोफेसर से रक्षा मंत्री तक आसान नहीं था सफर, जानिए राजनाथ सिंह के बारे में
Jun 04, 2024 20:15
Jun 04, 2024 20:15
पिछली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के दौरान, राजनाथ सिंह ने भारत के गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। राजनाथ सिंह ने प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेई के अधीन सड़क परिवहन और राजमार्ग और कृषि विभाग संभाले। वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। भाजपा के दिग्गज नेता ने एक साधारण आरएसएस स्वयंसेवक के रूप में शुरुआत की।
भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर
राजनाथ सिंह आज भले ही देश के बड़े नेता हो लेकिन उनके जीवन का लक्ष्य कभी राजनीति नहीं रही। वह बचपन से ही मेधावी छात्र रहे। अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने से पहले वो कॉलेज में भौतिक विज्ञान पढ़ाया करते थे।
ऐसा रहा शिक्षक से राजनेता तक का सफर
- राजनाथ सिंह 1969 से 1971 के बीच गोरखपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन सचिव रहे। साल 1977 में मिर्जापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर जीत हासिल की।
- राजनाथ सिंह ने अपना राजनीतिक जीवन 1975 में भारतीय जनसंघ के उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर के जिला अध्यक्ष के रूप में शुरू किया। वह जेपी आंदोलन के जिला समन्वयक थे और इमरजेंसी के दौरान 18 महीने तक जेल में रहे।
अपने पूरे कार्यकाल के दौरान, राजनाथ सिंह ने भाजपा में विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्य किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लंबे समय तक सहयोगी रहे, राजनाथ सिंह 1984 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की युवा शाखा के अध्यक्ष बने। वह 1988 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए चुने गए और 1991 में उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री बने। 1994 में उन्हें राज्यसभा सांसद के रूप में चुना गया, जिसके तुरंत बाद वह भाजपा के यूपी प्रदेश अध्यक्ष बन गए। मार्च 1997 में वह भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष बने और राजनीतिक संकट के दौरान दो बार भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नवंबर 1999 में वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री बने। 2003 में, राजनाथ सिंह वाजपेयी कैबिनेट में कृषि मंत्री बने।
2005 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए
राजनाथ ने 2000 से 2002 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। बाद में भाजपा के भीतर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं। 2004 के लोकसभा चुनावों में एनडीए की हार के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफा देने के बाद, 2005 में राजनाथ सिंह को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना गया। इस पद पर वह 2013 में फिर से काबिज हुए।
2014 में मोदी सरकार में गृह मंत्री नियुक्त
2014 में, जब भाजपा ने आम चुनावों में शानदार जीत हासिल की तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में राजनाथ सिंह को केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। वहीं प्रधानमंत्री के रूप में मोदी के दूसरे कार्यकाल में राजनाथ को रक्षा मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है।
व्यक्तिगत परिचय
राजनाथ सिंह की शादी 1971 में सावित्री सिंह से हुई और उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। इनके दो बेटे पंकज सिंह और नीरज सिंह है और एक बेटी अनामिका सिंह है।
शिक्षा
राजनाथ सिंह की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव से ही हुई। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। वह मिर्ज़ापुर के के.बी. पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में फिजिक्स के शिक्षक भी रह चुके हैं।
कुशल प्रशासक और संयमित आचरण
राजनाथ सिंह को व्यापक रूप से एक कुशल प्रशासक माना जाता है और वे लोगों से जुड़ने, संघर्षों को सुलझाने और परिणाम देने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनके दृढ़ लेकिन संयमित आचरण ने उन्हें पार्टी लाइनों और उनके सहयोगियों के बीच सम्मान दिलाया है।
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