मोदी 3.0 : मुस्लिम गायब, कम पढ़े-लिखों की बढ़ी संख्या, जानिए 2.0 और 1.0 में क्या था हिसाब

मुस्लिम गायब, कम पढ़े-लिखों की बढ़ी संख्या, जानिए 2.0 और 1.0 में क्या था हिसाब
UPT | शपथ ग्रहण समारोह

Jun 11, 2024 14:28

राज्यों के लिहाज से देखें तो सीटों के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से पीएम मोदी समेत सबसे अधिक 10 मंत्री हैं। बिहार दूसरे नंबर पर है। बिहार को मोदी मंत्रिमंडल में आठ मंत्री पद मिले हैं। गुजरात से अमित शाह के साथ ही ...

Jun 11, 2024 14:28

New Delhi News : 9 जून दिन रविवार, शाम 7.15 मिनट पर मोदी समेत 71 सांसद मंत्री पद शपथ लेते हैं। मोदी  3.0 की शुरूआत होती है। इसी के साथ जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के बाद तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेने वाले नरेंद्र मोदी देश के चौथे  प्रधानमंत्री बने। यानी पीएम मोदी की यह तीसरी कैबिनेट है। मोदी की कैबिनेट का सिलसिला 2014 से शुरू होकर 2019 होते हुए अब 2024 में पहुंचा है। तो आइए अब मोदी 3.0, 2.0 और 1.0 का एनालिसिस करते है। जानते है कि तीन कार्यकाल के कैबिनेट में क्या कुछ बदला है। और तीनों एक दूसरे से कितना अलग है।

                                     मंत्रियों की संख्या   कैबिनेट मंत्री     राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)   राज्यमंत्री

मोदी 3.0 (2024)                 71                  30                          05                              36

मोदी 2.0 (2019)                 50                  12                            14                            11     

मोदी 1.0 (2014)                  45                 23                            10                          12

राज्यों के लिहाज से देखें तो सीटों के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से पीएम मोदी समेत सबसे अधिक 10 मंत्री हैं। बिहार दूसरे नंबर पर है। बिहार को मोदी मंत्रिमंडल में आठ मंत्री पद मिले हैं। गुजरात से अमित शाह के साथ ही सीआर पाटिल, मनसुख मंडाविया, निमुबेन बम्भानिया को मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया है। महाराष्ट्र से पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, मुरलीधर मोहोल और रक्षा खडसे के साथ शिवसेना के प्रताप राव जाधव, आरपीआई (ए) के रामदास अठावले मंत्री बने हैं।राजस्थान से मोदी सरकार में चार मंत्री बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश से पांच मंत्री बनाए गए हैं। कर्नाटक से मोदी मंत्रिमंडल में चार चेहरे हैं। 
       
                                        मोदी को तीनों कैबिनेट में महिला और पुरूषों  का रिप्रंजेंटेशन 
                                                                    महिला                         पुरूष 

मोदी 3.0 (2024)                                          10 प्रतिशत                  90 प्रतिशत
              
मोदी 2.0 (2019)                                          8 प्रतिशत                     92 प्रतिशत
                  
मोदी 1.0 (2014)                                        16 प्रतिशत                    84 प्रतिशत    

मोदी के पहले कैबिनेट में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। दूसरे कार्यकाल में फिर महिलाओं के रिप्रंजेंटेशन में थोड़ी कमी आई। इस बार फिर यह आकड़ा 10 प्रतिशत पर आकर सिमट गया। मोदी कैबिनेट 3.0 में इस बार निर्मला सीतारमण, अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे,नीमूबेन बमभानिया,अनुप्रिया पटेल,सावित्री ठाकुर औऱ रक्षा खडसे समेत कुल 7 महिला सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली है। 

                                                           मोदी कैबिनेट में धार्मिक रिप्रंजेंटेशन 

                                                        हिंदू        मुस्लिम      सिख           ईसाई

मोदी 3.0 (2024)                                 94 %        00%            3%           3% 
           
मोदी 2.0 (2019)                                   94 %      2 %             4 %            00 %
             
मोदी 1.0 (2014)                                    96%     2%               2%            00 %

मोदी के तीसरे कार्यकाल के कैबिनेट में किसी भी मुस्लिम को मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई गई। हालांकि ईसाई धर्म का प्रतिनिधित्व जरूर बढ़ा है। मोदी मंत्रिमंडल में  अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और एसईबीसी को सबसे अधिक प्रतिनिधित्व दिया गया है। ओबीसी से 27 और एसईबीसी (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) से दो, कुल 29 मंत्री इस वर्ग से बनाए गए हैं। गौरतलब है कि एसईबीसी, ओबीसी का ही एक उपवर्ग होता है। ओबीसी-ईबीसी के बाद सामान्य वर्ग का नंबर आता है। बीजेपी का कोर वोटर माने जाने वाले सामान्य वर्ग से 28, अनुसूचित जाति (एससी) से 10 और अनुसूचित जनजाति वर्ग से मोदी सरकार में पांच मंत्री बनाए गए हैं। एक मंत्री इसाई समुदाय से भी बनाया गया है।

मोदी सरकार 3.0 मंत्रिमंडल में बीजेपी ने जातीय गणित भी साधा है। बीजेपी का कोर वोटर माने जाने वाले सामान्य वर्ग से 28 मंत्री बनाए गए हैं। जातीय आधार पर देखें तो आठ ब्राह्मणों और तीन राजपूत नेताओं को मंत्री बनाया गया है। भूमिहार, यादव, जाट, कुर्मी, मराठा, वोक्कालिगा वर्ग से मोदी सरकार में दो-दो मंत्री हैं।  दो मंत्री सिख समुदाय से भी हैं जिनमें जाट और पंजाबी खत्री शामिल हैं। कर्नाटक के प्रभावशाली लिंगायत समाज के साथ ही निषाद, लोध जाति और महादलित वर्ग से भी एक चेहरे को मंत्री बनाया गया है। पश्चिम बंगाल के प्रभावशाली मतुआ समाज के साथ ही अहीर, गुर्जर, खटिक, बनिया वर्ग से भी एक-एक नेता मंत्रिमंडल में जगह बनाने में सफल रहे हैं।

                                                   मोदी कैबिनेट में पढ़े-लिखों की संख्या

                                            12 वीं तक        ग्रेजएट या पीजी            डॉक्टरेट
मोदी 3.0 (2024)                           16  %            78%                         6 %  
                  
मोदी 2.0 (2019)                             12 %            78%                       10 % 
                   
मोदी 1.0 (2014)                               18%         71 8%                       5% 

मोदी 1.0 में 18 प्रतिशत मंत्री 12 वीं या उससे कम पढ़े थे। मोदी 3.0 में सिर्फ 6 प्रतिशत मंत्री डाक्टरेट हैं। डॉ. एस. जयशंकर,सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और जेएनयू से एमए एवं पीएचडी किए हुए है। ज्योतिरादित्य सिंधिया - हार्वर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए है। पियूष गोयल के पास भी चार्टर्ड एकाउंटेंट और मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री है।

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