चारधाम यात्रा में रिकाॅर्ड श्रद्धालु : भीड़ को लेकर मैनेजमेंट के फूले हाथ-पांव, दर्शन के इंतजार में कई लाेग गवां चुके हैं जान

भीड़ को लेकर मैनेजमेंट के फूले हाथ-पांव, दर्शन के इंतजार में कई लाेग गवां चुके हैं जान
UPT | चारधाम यात्रा में बिगड़े हालात

May 15, 2024 14:02

उत्तराखंड की महत्वपूर्ण धार्मिक चारधाम यात्रा ने इस साल शुरुआत में ही नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। यात्रा के पहले 5 दिनों में ही लगभग 2.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए हैं। यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि से करीब 1.2 लाख अधिक है। वहीं लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है।

May 15, 2024 14:02

New Delhi : उत्तराखंड की महत्वपूर्ण धार्मिक चारधाम यात्रा ने इस साल शुरुआत में ही नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। यात्रा के पहले 5 दिनों में ही लगभग 2.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए हैं। यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि से करीब 1.2 लाख अधिक है। वहीं लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। जिसको लेकर उत्तराखंड चारधाम यात्रा मैनेजमेंट और प्रशासन के हाथ-पांव फूल चुके हैं। कई किलोमीटर लंबा जाम लगा है और भयंकर गर्मी में लोग घंटों इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में कई लोग दर्शन के इंतजार में अपनी जान भी गवां चुके हैं। 

श्रद्धालुओं के चौंकाने वाले आंकड़े
आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले साल 22 अप्रैल को शुरू हुई यात्रा के पहले 5 दिनों में 1 लाख 38 हजार श्रद्धालुओं ने ही चारधाम दर्शन किया था। लेकिन इस बार केवल 5 दिनों में ही 2.5 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। ऐसा लगता है कि इस साल पूरी यात्रा अवधि में नया रिकॉर्ड बनने वाला है। गौरतलब है कि पिछले साल पूरे यात्रा मौसम में 56 लाख तीर्थ यात्रियों ने चारधाम का दर्शन किया था। वहीं इस साल 15 अप्रैल से शुरू हुए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के जरिये अब तक 27 लाख से भी अधिक लोगों ने पंजीकरण करा लिया है।

क्षमता के आधार पर तय की गई सीमाएं
चारों धामों में अधिकतम संख्या निर्धारित है, जिसके आधार पर ही दर्शन की अनुमति दी जाती है। केदारनाथ धाम के लिए 18 हजार, बद्रीनाथ धाम के लिए 20 हजार, गंगोत्री धाम के लिए 11 हजार और यमुनोत्री के लिए 9 हजार श्रद्धालुओं की सीमा निर्धारित है। लेकिन इस बार लगातार इस सीमा से अधिक लोग पहुंच रहे हैं, जिससे प्रशासन के लिए भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन गया है। मंगलवार शाम तक ही एक दिन में 67,965 लोगों ने चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें यमुनोत्री के लिए 10,090, गंगोत्री के लिए 10,926, केदारनाथ के लिए 20,919 और बद्रीनाथ के लिए 23,919 लोगों ने पंजीकरण किया। यह सभी धामों की क्षमता से कहीं अधिक है और इसी के चलते भीड़ बढ़ रही है।

श्रद्धालुओं से अपील
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्रद्धालुओं से जल्दबाजी न करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यात्रा 6 महीने चलेगी, इसलिए दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन की उपलब्धता देखकर ही आना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि चारों धाम उच्च हिमालयी इलाके में हैं, जहां भौगोलिक विषमताएं हैं। अधिक भीड़ से श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है।

रास्तों पर जान गंवाने वालों की बढ़ती संख्या
इस बार यात्रा शुरू होते ही यमुनोत्री और गंगोत्री के रास्ते में ही अब तक करीब 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 5 की मौत मंगलवार को हुई। इनमें से 3 लोगों ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया। मरने वालों की उम्र 50 साल से अधिक थी और 4 लोगों को मधुमेह और उच्च रक्तचाप की शिकायत थी। इसके अलावा गंगोत्री रास्ते पर पिछले 6 दिनों से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, ओडिशा और दिल्ली के 7 हजार से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। अंततः उन्हें अपनी यात्रा रद्द कर वापस लौटना पड़ा। हालांकि, केदारनाथ और बद्रीनाथ के मार्गों पर स्थिति बेहतर है और मंगलवार को यहां 23 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

करीब दस लोगों की जा चुकी है जान
दर्शन के इंतजार में बीते 4 दिन में यमुनोत्री-गंगोत्री जा रहे 10 लोग रास्ते में ही दम तोड़ चुके हैं। इनमें 5 की जान मंगलवार को गई। तीन ऐसे हैं, जिन्होंने गाड़ी में दम तोड़ दिया। जिन 10 श्रद्धालुओं की मौत हुई, उन सभी की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी। इनमें से 4 को डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी। गंगोत्री रूट पर छह दिन से जाम में फंसे महाराष्ट्र, मप्र, गुजरात, राजस्थान, ओडिशा और दिल्ली के 7 हजार यात्रियों ने आगे की यात्रा स्थगित कर लौटना ही मुनासिब समझा।​​​​​ हांलाकि, ​केदारनाथ और बद्रीनाथ के रास्तों पर जाम कम है। मंगलवार को यहां 23 हजार लोगों ने दर्शन किए।
 

Also Read

अब भारत में लागू होगा सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम, जानें क्या होगी प्रक्रिया...

27 Jul 2024 09:46 AM

नेशनल काम की खबर : अब भारत में लागू होगा सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम, जानें क्या होगी प्रक्रिया...

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है जिससे भारतीय सड़क परिवहन क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने मौजूदा टोल सिस्टम को समाप्त करने और एक सैटेलाइट... और पढ़ें