महिलाओं और पुरुषों की सुंदरता में उनके बाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सुंदरता के साथ-साथ ये अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देता है। दुनिया में सबसे ज्यादा बालों का निर्यात भारत से ही किया जाता है। भारतीय बालों की वैश्विक बाजारों में अच्छी खासी मांग रहती है।
आपके बेकार बाल बेचकर मोटी कमाई : करोड़ों-अरबों का कारोबार, भारत दुनियाभर में सबसे बड़ा निर्यातक, जानिए कितनी कीमत
Sep 30, 2024 13:35
Sep 30, 2024 13:35
- भारतीय बालों की वैश्विक बाजारों में अच्छी खासी मांग
- सुंदरता के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा
- तिरुपति मंदिर में हर साल लाखों रुपये की कमाई
भारत से सबसे ज्यादा निर्यात
महिलाओं और पुरुषों की सुंदरता में उनके बाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सुंदरता के साथ-साथ ये अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देता है। दुनिया में सबसे ज्यादा बालों का निर्यात भारत से ही किया जाता है। भारतीय बालों की वैश्विक बाजारों में अच्छी खासी मांग रहती है। इतना ही नहीं हमारा देश दुनियाभर में बालों का सबसे बड़ा निर्यातक भी है। इसका कारण यह है कि भारत के लोगों के बाल पतले होते हैं और कई अन्य देशों के लोगों के बाल मोटे होते हैं।
तिरुपति मंदिर में बालों की नीलामी
तिरुपति मंदिर में हर साल लाखों रुपये की कमाई होती है, क्योंकि यहां दान किए गए बालों को नीलाम किया जाता है। इन बालों का इस्तेमाल विग, हेयर एक्सटेंशन और अन्य सौंदर्य उत्पादों के निर्माण में किया जाता है।
करोड़ों रुपये का कारोबार
भारत में बालों का कारोबार करोड़ों रुपये का है और भारतीय महिलाओं के बाल हमेशा से दुनियाभर में सबसे पसंदीदा रहे हैं। यही कारण है कि इनकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। भारतीय बालों का निर्यात चीन, मलेशिया, थाईलैंड, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव और बर्मा जैसे देशों में होता है। भारत के मंदिरों में दान किए गए बाल भी इस कारोबार का अहम हिस्सा हैं। दरअसल, मंदिरों से प्राप्त बालों की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसके अलावा, महिलाओं के रोज़मर्रा की दिनचर्या में झड़ने वाले बाल या सैलून में कटवाए गए बाल भी बेचने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
वैश्विक बाजार में भारतीय बालों की मांग
दुनियाभर में विग की मांग तेजी से बढ़ रही है और कैंसर के मरीजों की बढ़ती जरूरत भी इसके प्रमुख कारणों में से एक है। भारतीय बालों की वैश्विक बाजार में तेजी से मांग बढ़ रही है और भारत अब इंसानों के बालों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन चुका है। हालिया जानकारी के अनुसार, पिछले दो सालों में भारत ने बालों को बेचकर 2,650 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। यह जानकारी भारत सरकार ने पिछले साल राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में साझा की थी। इस बढ़ते कारोबार ने न केवल आर्थिक लाभ दिलाया है, बल्कि भारतीय बालों की अंतरराष्ट्रीय पहचान को भी मजबूत किया है।
महिलाओं के बालों की ज्यादा डिमांड
भारत में विदेशों में बालों की सबसे अधिक मांग है और इसमें महिलाओं के बालों की डिमांड पुरुषों की तुलना में काफी अधिक है। महिलाएं अपने बाल बेचकर ज्यादा पैसा कमा सकती हैं, क्योंकि इनका उपयोग बाजार में अधिक किया जाता है। सबसे बड़ा स्रोत तिरुपति बालाजी मंदिर है, जहां बालों का दान एक प्रथा के रूप में प्रचलित है। तिरुपति मंदिर में श्रद्धालु अपने बालों का दान करते हैं और इन दान किए गए बालों की नीलामी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट द्वारा की जाती है। इस प्रक्रिया से मिलने वाली आय भी करोड़ों रुपये में होती है, जो भारत के बाल कारोबार को और मजबूत बनाती है।
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