जीका वायरस से हल्का बुखार, रैशेज, जोड़ों में दर्द, आंखों का लाल होना (conjunctivitis), मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द हो सकता है। ये लक्षण आमतौर पर 2 दिन से एक हफ्ते तक रहते हैं।
Zika Virus : जीका वायरस को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय का अलर्ट, क्या हैं इसके लक्षण और सबसे अधिक किसको खतरा?
Jul 04, 2024 13:52
Jul 04, 2024 13:52
भारत में सबसे पहले 2016 में मामला आया था सामने#HealthForAll
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) July 3, 2024
Union Health Ministry Issues Advisory to States in view of #ZikaVirus cases from Maharashtra
States urged to maintain a state of constant vigil through screening of pregnant women for Zika virus infection and monitoring the growth of foetus of expecting mothers…
जीका वायरस संक्रमण के मामले भारत में कई राज्यों में सामने आए हैं, जिसमें सबसे पहला मामला 2016 में गुजरात में पाया गया था। जीका वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है, जो कि डेंगू और चिकनगुनिया जैसी अन्य बीमारियों का कारण भी बन सकता है। इसके बाद से भारत में अन्य राज्यों में भी जीका के मामले सामने आए हैं, जैसे तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और दिल्ली। यहां भी सरकारी स्वास्थ्य निकाय ने जागरूकता और निगरानी में वृद्धि के लिए विभिन्न उपाय अपनाए जा रहे हैं।
क्या है जीका रोग?
जीका रोग एक एडीज मच्छर जनित वायरल रोग है, जो डेंगू और चिकनगुनिया की तरह होता है। यह बीमारी नॉन-फेटल होती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के शिशुओं में माइक्रोसेफली (सिर का आकार कम होना) का खतरा बढ़ाती है। भारत में पहला जीका मामला गुजरात में दर्ज किया गया था और इसके बाद अन्य राज्यों में भी कई मामले सामने आए हैं।
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गर्भवती महिलाओं को है अधिक खतरा
गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस संक्रमण सबसे बड़ा खतरा माइक्रोसेफली का होता है। जब एक महिला गर्भावस्था के दौरान जीका से संक्रमित होती है, तो उसके बच्चे में माइक्रोसेफली के होने का खतरा बढ़ जाता है। माइक्रोसेफली एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें बच्चे का सिर सामान्य से छोटा होता है, जो मस्तिष्क के सही विकास में बाधा डाल सकता है और विकलांगता का कारण बन सकता है।
जीका वायरस के क्या हैं लक्षण
जीका वायरस से हल्का बुखार, रैशेज, जोड़ों में दर्द, आंखों का लाल होना (conjunctivitis), मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द हो सकता है। ये लक्षण आमतौर पर 2 दिन से एक हफ्ते तक रहते हैं। जीका वायरस का कोई खास इलाज नहीं है। ज्यादातर लोगों में हल्के लक्षण होते हैं। डॉक्टर की सलाह पर दवा, आराम और तरल पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है।
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जीका वायरस की रोकथाम कैसे करें?
अगर आप किसी ज़ीका वायरस के संक्रमण के खतरे वाले क्षेत्र में यात्रा कर रहे हैं, तो आपको अपने खुले शरीर को कपड़ों से ढंकना चाहिए और EPA-पंजीकृत कीट विकर्षक लगाना चाहिए। खिड़कियों में जाली लगे कमरे में या मच्छरदानी के नीचे सोना चाहिए। अगर यात्रा से वापस आने के बाद भी कम से कम तीन सप्ताह तक मच्छरों के काटने से बचना चाहिए।
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