मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर और आईएएस कोचिंग देने वाले शिक्षक अवध ओझा आज आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए। वे पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल...
'AAP' में शामिल हुए अवध ओझा : पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिलाई सदस्यता, यूपी से है खास कनेक्शन
Dec 02, 2024 12:56
Dec 02, 2024 12:56
#WATCH | On joining the Aam Aadmi Party, Awadh Ojha says "I thank Arvind Kejriwal and Manish Sisodia for giving me the opportunity to work for education by joining politics. Education is such a medium which is the soul of the family, society and nation. Today, at the beginning of… https://t.co/LFS9130A1W pic.twitter.com/64qVJTmDcZ
— ANI (@ANI) December 2, 2024
विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की बना रहे योजना
जानकारी के अनुसार, अवध ओझा दिल्ली में किसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं और सूत्रों के अनुसार, उनकी सीट भी तय हो चुकी है, हालांकि अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले, उन्होंने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल की तारीफ की थी और उन्हें राष्ट्रीय राजनीति का सक्षम नेता बताया था। उन्होंने यह भी कहा कि अगर केजरीवाल थोड़ा संयम रखते और अपने सहयोगियों को बेहतर तरीके से संभालते, तो वर्तमान राजनीतिक स्थिति कुछ अलग होती।
प्रयागराज से चुनाव लड़ने की जताई थी इच्छा
बता दें कि अवध ओझा की राजनीति में गहरी रुचि रही है और वह पहले भी लोकसभा चुनाव में भाग लेने के इच्छुक थे। उन्होंने प्रयागराज सीट से चुनाव लड़ने का मन बनाया था और इस सिलसिले में बीजेपी के कई नेताओं से मुलाकात की थी, हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके अलावा, कैसरगंज सीट पर भी उनके चुनाव लड़ने की चर्चा थी। ओझा सियासी तौर पर काफी सक्रिय रहे हैं और उन्होंने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव जैसे नेताओं पर भी अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने अखिलेश यादव को एक विजनरी नेता बताया और राहुल गांधी को प्रियंका से बेहतर नेता करार दिया, जबकि प्रियंका को एक अच्छा आयोजक और कोऑर्डिनेटर बताया।
कौन हैं अवध ओझा
अवध ओझा का असली नाम अवध प्रताप ओझा है, लेकिन उन्हें छात्रों के बीच 'ओझा सर' के नाम से जाना जाता है। वह एक प्रसिद्ध यूट्यूबर और एजुकेटर हैं, जिनका जन्म 3 जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में हुआ था। उनके पिता, श्रीमाता प्रसाद ओझा, एक पोस्टमास्टर थे और उनकी मां वकील थीं। कहा जाता है कि उनके पिता ने अपनी जमीन बेचकर अपनी पत्नी को पढ़ाने के लिए पैसे जुटाए। अवध ओझा सोशल मीडिया पर अपनी अनूठी शिक्षण शैली के कारण काफी लोकप्रिय हो गए हैं और 'ओझा सर' के नाम से उनकी एक बड़ी फैन फॉलोइंग है।
गोंडा से दिल्ली तक का सफर
अवध ओझा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गोंडा में प्राप्त की। 10वीं कक्षा के बाद वह फातिमा इंटर स्कूल में पढ़ने गए। इसके बाद, उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी पूरी की। बचपन से ही उनका सपना था कि वह आईएएस अधिकारी बनें और इसके लिए उनके माता-पिता ने उन्हें दिल्ली भेजा ताकि वह यूपीएससी की तैयारी कर सकें। हालांकि, अवध ओझा यूपीएससी के मेंस एग्जाम में सफल नहीं हो पाए, लेकिन इस विफलता ने उनके जीवन में एक नया मोड़ लिया। इसके बाद, उन्होंने अपनी पढ़ाई के बजाय दूसरों को पढ़ाना शुरू किया।
छात्रों को पसंद आती है पढ़ाने की शैली
यूपीएससी में सफलता प्राप्त न कर पाने के बाद अवध ओझा ने इलाहाबाद में अपने दोस्त के कोचिंग संस्थान में पढ़ाना शुरू किया। शुरुआत में उनका पढ़ाने का तरीका छात्रों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया और उन्हें काफी नकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। कई छात्रों ने कोचिंग छोड़ दी, लेकिन उन्होंने हार मानने की बजाय अपनी शैली में बदलाव किया। इसके बाद, उनका तरीका छात्रों को समझ में आया और उनकी शिक्षण पद्धति ने धीरे-धीरे लोकप्रियता हासिल की। अब वह न केवल इतिहास पढ़ाते हैं, बल्कि जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देते हैं। अवध ओझा ने कई प्रमुख संस्थानों में पढ़ाया है। 2020 में उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया और इसके साथ-साथ एक ऐप भी लॉन्च किया।
ये भी पढ़ें- किसानों का दिल्ली कूच आज : महामाया फ्लाईओवर के आसपास ट्रैफिक डायवर्जन, 12 बजे से जुटेंगे आंदोलनकारी, इन रास्तों से बचें
Also Read
3 Dec 2024 07:00 PM
यूपी के बरेली में गूगल मैप के बताए गलत रास्ते के कारण तीन युवकों की मौत का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा है। मगर, इससे पहले ही एक बार फिर गूगल मैप के गलत निर्देशों के चलते मंगलवार को बरेली की कलापुर नहर में एक कार गिर गई। इ और पढ़ें