संसद के शीतकालीन सत्र का आज मंगलवार को छठवां दिन है। इस दौरान, विपक्षी INDIA ब्लॉक के नेताओं ने अडाणी मामले और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के खिलाफ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया...
संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष का हंगामा : अडाणी और संभल हिंसा पर प्रदर्शन, किरेन रिजिजू ने दिया जवाब
Dec 03, 2024 11:49
Dec 03, 2024 11:49
New Delhi News : संसद के शीतकालीन सत्र का आज मंगलवार को छठवां दिन है। इस दौरान, विपक्षी INDIA ब्लॉक के नेताओं ने अडाणी मामले और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के खिलाफ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हुए, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इसमें शामिल होने से परहेज किया। प्रदर्शन के दौरान विपक्ष ने सरकार से इन मुद्दों पर जवाब मांगा और संसद की कार्यवाही में व्यवधान डाला।
#WATCH दिल्ली: लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और INDIA ब्लॉक के सांसदों ने अडानी मामले पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/05t3MbMxFX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2024
किरेन रिजिजू ने दी प्रतिक्रिया
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने इस प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संसद का संचालन देश की समृद्धि के लिए आवश्यक है और अगर संसद की कार्यवाही सुचारू नहीं होगी, तो इसका नुकसान सिर्फ देश और विपक्ष को होगा। उन्होंने कहा कि उनके पास बहुमत होने के कारण बिना चर्चा के भी विधेयक पास किए जा सकते हैं, लेकिन ऐसा करना उचित नहीं होगा।
अडाणी मुद्दे पर क्या बोले
वहीं अडाणी मुद्दे पर रिजिजू ने यह सवाल उठाया कि क्या किसी भारतीय के खिलाफ अन्य देशों में अदालत के आदेश की चर्चा संसद में हमेशा होती रहेगी? उन्होंने बताया कि विपक्षी सांसद महसूस कर रहे हैं कि सदन को बाधित करना न तो देश के हित में है और न ही विपक्ष के। उन्होंने कहा कि लोकसभा में 13 और 14 तारीख को और राज्यसभा में 16 व 17 तारीख को संविधान पर चर्चा करेंगे।
बीते दिन भी हुआ हंगामा
इससे पहले, सोमवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की अध्यक्षता में पक्ष और विपक्ष के फ्लोर लीडर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों को सुचारू रूप से चलाया जाएगा। इस बैठक में विपक्षी नेताओं ने अपनी कुछ मांगें रखीं, जिन्हें स्वीकार कर लिया गया। हालांकि, जब दोनों सदन 11 बजे शुरू हुए, तो विपक्ष ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया, जिससे कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
सदन का संचालन होता है प्रभावित- किरेन रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह स्थिति ठीक नहीं है, क्योंकि इससे न केवल सदन का संचालन प्रभावित होता है, बल्कि जनता के पैसे का भी नुकसान होता है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर सभी नेताओं ने सहमति जताई है। रिजिजू ने आगे कहा कि 13 और 14 तारीख को लोकसभा में संविधान पर चर्चा होगी और 16-17 को राज्यसभा में चर्चा होगी। इसके अलावा, कल सदन में पहला बिल भी पास किया जाएगा।
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