कम उम्र में परिवार की जिम्मेदारी संभाली : कौन हैं प्रियंका गोस्वामी, टोक्यो ओलंपिक के बाद पेरिस में करेंगी भारत का प्रतिनिधित्व

कौन हैं प्रियंका गोस्वामी, टोक्यो ओलंपिक के बाद पेरिस में करेंगी भारत का प्रतिनिधित्व
UPT | प्रियंका गोस्वामी

Jul 23, 2024 15:42

उत्तर प्रदेश की बेटी प्रियंका गोस्वामी पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही है। यूपी के मुजफ्फरनगर में जन्मी प्रियंका गोस्वामी के पिता किसान हैं...

Jul 23, 2024 15:42

New Delhi News : उत्तर प्रदेश की बेटी प्रियंका गोस्वामी पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही है। यूपी के मुजफ्फरनगर में जन्मी प्रियंका गोस्वामी के पिता किसान हैं। बचपन से खेलों में रुची और कड़ी मेहनत के कारण सफलता आज उनके कदम चूम रही है। प्रियंका ने 2012 में जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 5000 मीटर रेस वॉक में कांस्य पदक जीतकर अपना पहला राष्ट्रीय पदक हासिल किया। आइये जानते हैं उनकी उपलब्धियों और रास्ते में आने वाली चुनौतियों के बारे में।

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कौन हैं प्रियंका गोस्वामी
प्रियंका का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम मदनपाल गोस्वामी (किसान) और माता का नाम अनीता गोस्वामी (गृहिणी) है। वह मुजफ्फरनगर जिले के मोरना गांव की रहने वाली हैं। 2022 के कॉमनवेल्थ खेलों में, उन्होंने 10 किमी रेस वॉक में रजत पदक जीता। इससे पहले, उन्होंने 2020 के टोक्यो ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। प्रियंका ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीते हैं और 20 किमी रेस वॉक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी कायम किया है। उन्हें उनकी मेहनत और समर्पण के लिए जाना जाता है।



कम उम्र में पिता की जिम्मेदारी ली
प्रियंका ने अपनी स्नातक की डिग्री चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से प्राप्त की। शिक्षा के साथ-साथ खेल के प्रति उनकी लगन ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने रेस वॉकिंग को गंभीरता से अपनाया और इसे अपने करियर का हिस्सा बना लिया। कम उम्र में पिता की जिम्मेदारी लेने वाली प्रियंका पर उसका परिवार गर्व महसूस करता है। प्रियंका के 2018 में रेलवे में क्लर्क की नौकरी मिलने से परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार आया।

2012 के बाद मिलती रही कामयाबी
2012 में जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 5000 मीटर रेस वॉक में कांस्य पदक जीतने के बाद प्रियंका ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2018 के जकार्ता एशियन गेम्स में प्रियंका ने 20 किमी रेस वॉक में चौथा स्थान प्राप्त किया। 2021 में, उन्होंने राष्ट्रीय ओपन रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में 20 किमी रेस वॉक में स्वर्ण पदक जीते। 2020 के टोक्यो ओलंपिक में भी प्रियंका ने भारत का प्रतिनिधित्व किया, हालांकि वहां उन्हें 17वें स्थान पर रहकर संतोष करना पड़ा। बावजूद इसके, उन्होंने हार मानने की बजाय अपनी मेहनत जारी रखी। 2022 के कॉमनवेल्थ खेलों में प्रियंका ने 10 किमी रेस वॉक में 43 मिनट 38.82 सेकंड का समय निकालकर रजत पदक जीता, जो इस स्पर्धा में भारत का पहला पदक था। उनकी इस उपलब्धि ने देशवासियों का दिल जीत लिया।

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स्कूल में किया था जिमनास्टिक का अभ्यास
एथलेटिक्स में प्रवेश करने से पहले, गोस्वामी ने कुछ महीनों तक स्कूल में जिमनास्टिक का अभ्यास किया। उन्होंने दौड़ने की ओर आकर्षित होने की वजह पुरस्कार बैग देखी, जो सफल प्रतियोगियों को उपलब्ध कराया जाता था। फरवरी 2021 में, उन्होंने 20 किलोमीटर की रेस वॉक में 1:28.45 का नया भारतीय रिकॉर्ड बनाते हुए भारतीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप जीत ली और 2020 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। इससे पहले, 2017 में भी उन्होंने भारतीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में जीत हासिल की थी। प्रियंका गोस्वामी 2024 पेरिस ओलंपिक में भारत की तरफ से जा रही हैं। उनका लक्ष्य है पदक जीतना।

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