भारतीय उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का बुधवार को निधन हो गया। उम्र से जुड़ी बीमारी के बाद 86 वर्ष की उम्र में उन्होंने मुंबई में अंतिम सांस ली।
मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का निधन : 86 साल की उम्र में ली आखिरी सांस, पीएम मोदी, सीएम योगी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राहुल गांधी समेत हस्तियों ने कहा- अपूरणीय क्षति
Oct 10, 2024 01:37
Oct 10, 2024 01:37
- मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में ली आखिरी सांस
- सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले अपनी भावुक श्रद्धांजलि दे रहे हैं
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया था कि उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए थे, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका। अब रतन नवल टाटा के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है। सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले अपनी भावुक श्रद्धांजलि दे रहे हैं। रतन टाटा, जितने सफल उद्योगपति थे, उतने ही बड़े दानी भी थे। उन्होंने कई मौकों पर गरीबों और जरूरतमंद लोगों की मदद की थी।
— Tata Group (@TataCompanies) October 9, 2024
अस्पताल में भर्ती होने के बाद से परेशान थे चाहने वाले
रतन टाटा के अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही उनकी सेहत को लेकर लोग अपनी चिंता जाहिर कर रहे थे। कॉर्पोरेट जगत और राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ आम जनता के बीच भी उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें तेज हो गईं थी। अस्पताल में भर्ती होने के बाद कॉरपोरेट दिग्गज रतन टाटा ने एक बयान जारी कर सभी का उनकी चिंता करने के लिए धन्यवाद किया था और कहा था कि वह उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए कुछ नियमित चिकित्सा जांच करवा रहे हैं, लेकिन वह ‘अच्छे मूड’ में हैं।
रतन टाटा का आखिरी पोस्ट
रतन टाटा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में हाल ही में फैली अफवाहों से अवगत हूं और सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये दावे निराधार हैं. मैं फिलहाल अपनी उम्र और संबंधित चिकित्सा स्थितियों के कारण चिकित्सा जांच करवा रहा हूं. चिंता का कोई कारण नहीं है। मैं अच्छे मूड में हूं और जनता तथा मीडिया से अनुरोध करता हूं कि वे गलत सूचना न फैलाएं।
1991 में टाटा समूह की कमान संभाली थी
बता दें कि 1991 से 28 दिसंबर 2012 को अपनी सेवानिवृत्ति तक परिवार द्वारा संचालित समूह में एक लंबी पारी खेलने के बाद रतन टाटा ने टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के सर्वशक्तिमान अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उसके बाद 2016-2017 तक शीर्ष पद पर एक और छोटे कार्यकाल में अपनी सेवा के दौरान उन्होंने समूह में कुछ बड़े परिवर्तन किए गए थे। विनम्र व्यवहार के लिए विख्यात रतन टाटा फिलहाल टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन हैं जिसमें सर रतन टाटा ट्रस्ट एवं एलाइड ट्रस्ट के साथ ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट एवं एलाइड ट्रस्ट भी शामिल हैं।
हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से की थी पढ़ाई
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को हुआ था। वे टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के दत्तक पोते नवल टाटा के पुत्र थे। रतन टाटा ने स्कूली पढ़ाई-लिखाई मुंबई से की। इसके बाद वे कॉर्नेल यूनिवर्सिटी चले गए, जहां से उन्होंने आर्किटेक्चर में बीएस किया। रतन टाटा 1961-62 में टाटा ग्रुप जुड़े थे। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम से प्रबंधन की पढ़ाई की। 1991 में वे टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने। साल 2012 में रिटायर हुए थे। भारत में पहली बार पूर्ण रूप से बनी कार का उत्पादन शुरू करने का श्रेय भी उन्हीं को जाता है। इस पहली पूर्ण स्वेदश निर्मित कार का नाम था टाटा इंडिका। दुनिया की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो बनाने की उपलब्धि भी उन्हीं के नाम है। उनके नेतृत्व में ही टाटा समूह ने लैंड रोवर और जगुआर का अधिग्रहण कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खलबली मचा दी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि रतन टाटा जी के साथ अनगिनत मुलाकातों से मेरा मन भरा हुआ है। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मैं उनसे अक्सर मिलता था। हम विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करते थे। मुझे उनके दृष्टिकोण बहुत समृद्ध करने वाले लगे। दिल्ली आने पर भी ये मुलाकातें जारी रहीं। उनके निधन से बेहद दुखी हूँ। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति...
उन्होंने आगे लिखा कि रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया। उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई।My mind is filled with countless interactions with Shri Ratan Tata Ji. I would meet him frequently in Gujarat when I was the CM. We would exchange views on diverse issues. I found his perspectives very enriching. These interactions continued when I came to Delhi. Extremely pained… pic.twitter.com/feBhAFUIom
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2024
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा कि रतन टाटा जी का सबसे अनोखा पहलू था बड़े सपने देखने और दूसरों को कुछ देने का उनका जुनून। वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे।Shri Ratan Tata Ji was a visionary business leader, a compassionate soul and an extraordinary human being. He provided stable leadership to one of India’s oldest and most prestigious business houses. At the same time, his contribution went far beyond the boardroom. He endeared… pic.twitter.com/p5NPcpBbBD
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2024
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने टाटा को भारत के उद्योग जगत का स्तंभ बताते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में इनका योगदान अभूतपूर्व है।
Saddened by the passing away of Shri Ratan Tata. He was a Titan of the Indian industry known for his monumental contributions to our economy, trade and industry. My deepest condolences to his family, friends and admirers. May his soul rest in peace.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 9, 2024
सीएम योगी ने शोक व्यक्त किया
रतन टाटा के निधन पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा कि भारत के प्रख्यात उद्योगपति, 'पद्म विभूषण' रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुःखद है। वह भारतीय उद्योग जगत के महानायक थे। उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित था। वे सच्चे अर्थों में देश के रत्न थे। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा उनके शोकाकुल परिजनों और प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!
भारत के प्रख्यात उद्योगपति, 'पद्म विभूषण' श्री रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 9, 2024
वह भारतीय उद्योग जगत के महानायक थे। उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित था। वे सच्चे अर्थों में देश के रत्न थे।
प्रभु…
राहुल गांधी ने जताया दुख
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रतन टाटा के निधन पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा कि रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने व्यवसाय और परोपकार दोनों पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं।
Ratan Tata was a man with a vision. He has left a lasting mark on both business and philanthropy.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 9, 2024
My condolences to his family and the Tata community.
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